
Anganwadi Employees Union Memorandum
- महिला पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमितता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अलावा कईयों ने दी परीक्षा
- बीकानेर जिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने महिला पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमितता का लगाया आरोप
- कहा – परीक्षा में 10 साल के अनुभव वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ही थीं पात्र लेकिन परीक्षा में शामिल हुई अन्य महिलाएं
- 2004 की भर्ती का हवाला देकर वरिष्ठता के आधार पर एवं आयु सीमा में छूट प्रदान कर महिला पर्यवेक्षक बनाने की मांग, मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर जिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को मंगलवार को ज्ञापन सौंपते हुए 22 जून को हुई महिला पर्यवेक्षक भर्ती परीक्षा में अनियमितता के आरोप लगाए हैं. आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष गंगादेवी मेघवंशी ने बताया कि महिला पर्यवेक्षक पद की परीक्षा में घोर अनियमितता हुई है. नियमों को ताक पर रखकर पात्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बजाए अन्य महिला अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल किया गया.
जिलाध्यक्ष गंगादेवी ने राज्यादेश संख्या डीओपीएफ 128 दिनांक 24.08.2018 को बनाए महिला एवं बाल विकास अधीनस्थ कर्मचारी सेवा नियम का हवाला देते हुए बताया कि इस नियम के तहत कुल रिक्तियों का 50 प्रतिशत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से भरे जाने हैं. लेकिन इस परीक्षा के बाद ऐसा होती नहीं दिख रहा है. 22 जून को महिला पर्यवेक्षक के पद हेतु हुई इस परीक्षा में केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जिनके पास दस वर्ष का अनुभव है, उन्हीं को योग्य माना गया. किंतु इस परीक्षा में अनियमितता करते हुए आंगनवाड़ी कर्मचारियों के अलावा अन्य महिलाओं को भी शामिल कर दिया गया है.
जिलाध्यक्ष गंगादेवी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मांग की है कि इस परीक्षा की जांच कर आंगनबाड़ी कर्मियों के अलावा जिन महिलाओं ने परीक्षा में भाग लिया है, उनको अयोग्य घोषित करते हुए आंगनबाड़ी कर्मियों के हित में निर्णय करें. साथ ही आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की ओर से मांग की गई है कि वर्ष 2004 की भांति बिना विभागीय परीक्षा लिए वरिष्ठता के आधार पर एवं आयु सीमा में छूट प्रदान करते हुए महिला पर्यवेक्षक बनाया जावे.