
Patient wakes up to go to toilet in Bikaner and falls from two floors
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम की हल्दीराम मूलचंद हार्ट हॉस्पीटल में भर्ती मरीज एक मरीज की देर रात दूसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई. हादसे के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में मरीज को ट्रोमा सेंटर ले जाया गया जहां उसे मृत पाया गया. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने रातोरात गुपचुप तरीके से बिना पोस्टमार्टम किये ही मृतक का शव उसके गांव भेज दिया. मृतक नागौर जिले के बासेरी गांव का निवासी है. पूरा वाक्या अस्पताल प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा करता है कि आखिर अस्पताल प्रशासन ने इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार पीबीएम की हल्दीराम हॉर्ट हॉस्पिटल में नागौर जिले के बासेरी गांव निवासी हीर सिंह भर्ती था. दूसरी मंजिल के काटेज वार्ड नंबर 210 में भर्ती हीरसिंह रात को शौचालय जाने के लिए उठा लेकिन इस कॉटेज का शौचालय चालू हालत में नहीं होने के चलते 212 नंबर कॉटेज में बने शौचालय की ओर जा रहा था तभी वह गलती से सेफ्टी गेट में चला गया जहां संतुलन बिगड़ने के चलते डक्टिंग के जरिए दो मंजिल से नीचे कैथ लैब में आ गिरा. हादसे के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में मरीज को ट्रोमा सेंटर लाया गया दूसरी मंजिल से गिरने के चलते मरीज की गर्दन टूट गई और उसकी मौत हो गई.


इधर, अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में मृतक का शव बिना पोस्टमार्टम किये ही परिजनों को सुपुर्द कर उनके गांव रवाना करने की भी बात सामने आ रही है. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन पर कई तरह के सवालिया निशान लग रहे हैं कि मृतक के शव को लेकर आखिर अस्पताल प्रशासन को इतनी क्या जल्दबाजी रही कि गुपचुप तरीके से शव बिना पोस्टमार्टम किये ही परिजनों को सौंपकर नागौर के बासेरी गांव भेज दिया. अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर इस मौत का जिम्मेदार कौन है.