
The protest ended after agreement reached between Bikaner administration and protesters.
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – नरेन्द्र सिंह हत्याकांड मामले आखिरकार प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच सहमति बन गई. मामले को लेकर पोस्टमार्टम के बाद सुबह मॉर्चरी के बाहर मृतक के परिजनों, राजपूत समाज के लोगों और भाजपा नेताओं ने धरना देकर प्रदर्शन किया गया और शव लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद म्यूजिमयम सर्किल पर जयपुर हाइवे जाम कर दिया गया और मंगलवार को बीकानेर बंद की घोषणा भी की गई थी जिसे अब समझौते के बाद वापस लिया गया है.
इस दौरान हुए समझौते में मृतक के परिजनों को 21 लाख रूपए की निजी आर्थिक सहायता, एक आश्रित को NTPC में नौकरी दिए जाने के लिखित पत्र पर सहमति बनी. प्रशासन ने लिखित पत्र में इन बातों को मानकर धरना समाप्त करवाया. इस दौरान खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी बात की थी. इस दौरान क्षत्रिय सभा के करण प्रताप सिंह ने सभा की ओर से पाँच लाख रूपए की सहायता राशि मुहैया करवाने की भी घोषणा की.
समझौता वार्ता में देहात भाजपा ज़िलाध्यक्ष जालम सिंह भाटी, क्षत्रिय सभा के करण प्रताप सिंह, भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत, भगवान सिंह मेड़तिया, श्याम हाड़ला, युधिष्टर भाटी, प्रह्लाद मार्शल, खींव सिंह भाटी, पूर्व सरपंच लक्ष्मण सिंह की मध्यस्ता में भूमिका रही. इस दौरान भामाशाह महावीर रांका की अगुवाई में सहायता राशि एकत्र की गई. वहीं बीकानेर जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम की भी सक्रिय भूमिका रही. साथ ही वार्ता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्यारेलाल, निगम आयुक्त अशोक आसीजा, SDM कविता गोदारा सहित अधिकारी भी मौजूद रहे.
इससे पहले पीबीएम मॉर्चरी के आगे भाजपा नेता भगवान सिंह मेड़तिया, सुरेन्द्र सिंह शेखावत सहित राजपूत समाज के लोगों ने मृतक नरेन्द्र सिंह के परिजनों के साथ धरना दिया. करीब 4 घंटे तक मामले में कोई अपडेट ना होता देखकर धरना हाइवे जाम में तब्दील कर दिया गया और म्यूजियम सर्किल पर जयपुर हाइवे जाम कर दिया गया. इसके बाद यहां से मंगलवार को बीकानेर बंद की भी घोषणा की गई लेकिन देर शाम आखिरकार सहमति बनी और धरना समाप्त कर परिजनों ने शव ले लिया.