
Vasundhara Raje at the felicitation ceremony of Sikkim Governor Om Mathur.
- कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है,वह अपने आप को सराफ समझ बैठते हैं – वसुन्धरा राजे
- माथुर साहब कुशल घुड़सवार हैं,जिन्हें लगाम खींचना और चाबुक चलाना अच्छे से आता है – वसुन्धरा राजे
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – सिक्किम के नवनियुक्त राज्यपाल ओम माथुर का जयपुर में अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया. इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, मंत्रीमंडल के सदस्यों सहित दिग्गज भाजपा नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे. इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि ओम माथुर चाहे कितनी ही बुलंदियों पर पहुँचें, इनके पैर सदा ज़मीन पर रहें हैं. इसीलिए इनके चाहने वाले भी असंख्य हैं.वरना कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है,वह अपने आप को सुनार समझ बैठते हैं.
उन्होंने कहा माथुर से ऐसे लोगों को सीख लेना चाहिये कि ‘चाहत बेशक आसमां छूने की रखो,पर पाँव हमेशा ज़मीं पर रखो’. पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने उन्हें सिक्किम का गवर्नर बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. राजे ने कहा कि पीएम के करीबी माथुर ऊपर से गरम, भीतर से नरम है, जिन्होंने छत्तीसगढ़ में कमल खिला कर असंभव को संभव किया. विपक्षी कुछ भी कहें गवर्नर Rubber Stamp नहीं Iron fist in a velvet glove होता है. फिर जैसा घुड़सवार होगा घोड़ा वैसे ही दौड़ेगा.माथुर कुशल घुड़सवार हैं. जिन्हें लगाम खींचना और चाबुक चलाना अच्छे से आता है.
राजे ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि राज्यपाल किसी भी विधेयक को रोक सकता है. वह मंत्री परिषद की सलाह से काम तो करता हैं, लेकिन अनुच्छेद 166(2) के अनुसार उसका निर्णय ही अंतिम है. अनुच्छेद 356 में राज्यपाल की सिफ़ारिश पर किसी भी बहुमत की सरकार को हटा कर उस प्रदेश में सरकार के सारे अधिकार राज्यपाल को मिल जाते हैं. इसलिए राज्यपाल शक्ति रहित नहीं, शक्ति सहित होता है. संविधान बनाते वक्त यह तय हुआ कि देश में जैसे राष्ट्रपति हैं, वैसे ही राज्य को गवर्न करने के लिए गवर्नर होंगे. इसलिए राज्य में गवर्नर ही सबसे शक्तिशाली होता है.