
Bikaner Dehat District Congress meeting held
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – जिलाध्यक्ष बिशनाराम सियाग की अध्यक्षता में बीकानेर जिला कांग्रेस (देहात) कार्यालय में त्रैमासिक मीटिंग आयोजित हुई. बैठक में जिला प्रभारी पूसाराम गोदारा, पूर्व मंत्री गोविंदराम मेघवाल सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान सभी ने अपनी अपनी बात रखी. बिशनाराम ने बताया कि तीन निंदा प्रस्ताव पारित किये गए जिसमें बिजली विभाग, चिकित्सा, व पीएचइडी विभाग के खिलाफ ना सरकार काम कर रही है ना ही विभाग काम कर रहे है जल्दी ही रणनीति बनाकर किसानों के साथ धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
इस दौरान जिलाध्यक्ष बिशनाराम सियाग ने सभी नेताओं का दुपट्टा पहनाकर स्वागत व अभिनन्दन किया. सियाग ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि अब पार्टी संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से ब्लॉक स्तर पर दो महीने में साधरण सभा की मीटिग तथा मंडल स्तर पर प्रतिमाह मीटिंगों का आयोजित करना अनिवार्य है. सियाग ने जिला स्तरीय पार्टी कार्यालय के लिए जमीन आबंटित करवाने का प्रस्ताव रखा,साथ ही सभी नेताओं और पदाधिकारियों को सहायता की अपील भी की. सियाग ने राजस्व, बिजली, स्वास्थ्य, जलदाय आदि विभागों में दिए गए समस्याओं के निस्तारण नहीं करने पर सर्वसम्मति से निन्दा प्रस्ताव पारित किया.
जिला प्रभारी पूसाराम गोदारा ने अपने सम्बोधन में कहा कि जो हमें साम्प्रदायिक ताकतों से मुकाबला करने के लिए संगठन को चुस्त दुरुस्त करना होगा और इसके लिए निष्क्रिय और अनुपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों को एक सप्ताह के कारण बताओ नोटिस अथवा चेतावनी समय देकर जिलाध्यक्ष स्वयं हटा सकते हैं.
पूर्व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने कहा कि हमें ग्रामीणों व किसानों की हर समस्या के लिए आंदोलन व प्रदर्शन करने होंगे. तभी आगे सफलता आसान होगी. सभा को नोखा विधायक सुशीला रामेश्वर डूडी, जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल, विधानसभा प्रत्याशी डॉ राजेन्द्र मूण्ड, रेवतराम मेघवाल, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी मदनगोपाल मेघवाल, प्रदेश प्रवक्ता रायसिंह गोदारा, उरमूल डेयरी अध्यक्ष नोपाराम जाखड़, भूमि विकास बैंक अध्यक्ष रामनिवास गोदारा, देशनोक नगर पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश मूंधड़ा महासचिव मूलाराम भादू, सचिव शिवलाल गोदारा,महिला कांग्रेस की धाइ देवी, सुनीता तर्ड आदि ने भी सम्बोधित किया.
जिला संगठन महासचिव मार्शल प्रहलाद सिंह ने बताया कि इस मीटिंग में निम्नांकित विषयों पर विस्तृत रायसुमारी व चर्चा की गई. मार्शल ने पिछले एक वर्ष के कार्यकलाप और प्रगति रिपोर्ट पेश की. विभिन्न विधानसभा और ब्लॉक स्तर पर ग्रामीणों एवं किसानों की समस्याओं को लिखा गया तथा अब उन पर कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित विभागों को ज्ञापन या पत्र प्रेषित किए जाएंगे. आज से पूर्व जिन समस्याओं को लेकर जिलेभर में विभिन्न विभागों को ज्ञापन सौंपा गया था अथवा समस्या निराकरण हेतु आग्रह किया गया था, उन पर कोई कार्यवाही नहीं हुई ऐसी समस्याएं नोट की गई. सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के प्रति निंदा प्रस्ताव पारित करने के प्रस्ताव को सभी ने हाथ खड़े कर समर्थन किया.
अतिवृष्टि से ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों व ग्रामीणों को हुए फसली/मवेशी/घर-मकान नुकसान की प्रतिपूर्ति हेतु मुआवजा राशि की मांग का प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार से मांग करने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया. आगामी निकाय व पंचायतीराज चुनावों पर चर्चा करने के बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सक्रिय कार्यकर्ता को ही टिकिट दिया जाएगा. पार्टी संगठन को ओर अधिक मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से ग्राम प्रधान/अध्यक्ष, बूथ अध्यक्षों की पुनर्नियुक्ति करने पर सभी उपस्थित पदाधिकारियों ने सहमति प्रकट की. निष्क्रिय व लगातार अनुपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही से पूर्व उनको कारण बताओ और चेतावनी नोटिस देकर हटाने का निर्णय लिया गया. सभी ब्लॉक/मण्डल अध्यक्षों ने अपने क्षेत्र की समस्याएं समस्याओं को नोट करवाया,जिसमें बजली, जलदाय, राजस्व,रशद और कृषि विभाग की शिकायतें अधिक प्राप्त हुई है.
बीकानेर में स्थाई कांग्रेस कार्यालय के लिए नगर विकास न्यास से रियायती जमीन लेने का प्रस्ताव जिलाध्यक्ष सियाग ने रखा, जिस पर सभी कांग्रेसजनों ने दोनों हाथ खड़े कर प्रस्ताव पारित किया और साथ ही अपनी श्रद्धा अनुसार सहयोग राशि देने का आश्वासन दिया. मौके पर कई पदाधिकारियों ने अपनी ओर से सहायता राशि की घोषणा की. मीटिंग का आरम्भ वन्देमातरम और समापन राष्ट्रगीत से किया गया. मंच संचालन एनएसयूआई के श्रीकृष्ण गोदारा ने किया.
प्रवक्ता पूनमचन्द भाम्भू ने बताया कि सभा में कॉमरेड हनुमान सिंह, अंबारामज, सतुखान, लेखराम धतरवाल, गगाराम सारण, जेठाराम तर्ड, पन्नाराम नायक, भवर लाल, जगदीश सारण, राम रतन सियाग, बुलाकी पारीक, भवर लाल सारण, लक्ष्मण गोदारा, गोरी संकर नाई, राकेश जैन, जेठाराम सारण, दाऊ मेहता, महिपाल सारस्वत, महेन्द्र गोदारा, महावीर सिंह, आनंद सिंह सोढा, देवाचंद, भागीरथ गोदारा, ओम प्रकाश मेगवाल, जगदीश शर्मा, हरिराम बाना, सोनलाल माहिया,
गणेशा राम डुडी, अमीन शाह, मूलाराम भादू, लालचन्द आसोपा, मकबूल बलोच, मदन गोपाल, सुनील गोदारा, भगवान नाथ, केदार मल, श्रीराम भादू, गुमान राम जाखड़, पृथ्वीराज कूकना, गगा राम सारण, सीताराम डुडी, रिछपाल, रामेश्वर गोदारा, शैलेन्द्र गोदारा, केदारमल कठातला, ओमप्रकाश मेघवाल, दीपाराम लोल, भंवरलाल गोरछिया, ओमप्रकाश भादू, कैप्टन मोहनलाल, देवीसिंह रावलोत, गिरधारीलाल प्रजापत, रामेश्वर गोदारा, ओमप्रकाश शर्मा, जगदीश, हेतराम, आसू सारण, बुलाकी पारीक, प्रहलाद गोदारा, तेजाराम धतरवाल, एड. लेखराम धतरवाल, आशीष, भगीरथ सियाग आदि सहित अनेक लोग मौजूद रहे.