
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर में मुस्लिम धर्म के मोहर्रम पर्व को लेकर तैयारियां जोरों पर है. हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाए जाने वाले मोहर्रम पर बीकानेर में मंगलवार शाम को विभिन्न अखाड़ों द्वारा करीब 50 ताजिए निकाले जाएंगे. शहर में मोहल्ला चूनगरान में ताजियों को अंतिम रूप देने का कार्य किया जा रहा है. इसके अलावा तीन स्थानों पर हरियल ताजिए भी तैयार किये जा रहे हैं. जो खास तरह से रूई में सरसों के बीजों को उगा कर उसमें पानी देकर तैयार किये गए हैं.
शहर में मोहल्ला चूनगरान, उस्ता बारी, तेलिया के मोहल्ले, जोशीवाड़ा क्षेत्र, सर्वोदय बस्ती, धोबी तलाई सहित कई मुस्लिम मोहल्लों में छोटे- छोटे ताजिये भी निकाले जाएंगे. इस दौरान मंगलवार शाम शहर के मुस्लिम मोहल्लों में पूरी रात मेले का सा माहौल देखने को मिलेगा. ताजियों को बाहर निकाला जाएगा और इस दौरान लोग ताजियों कीजियात करने के लिए मोहल्लों में घूमेंगे, ताजियों पर प्रसाद चढ़ाएंगे. जियारत करने आने वाले लोगों के लिए कई जगहों पर हलीम, खीर आदि भी बनाए जाएंगे.
बुधवार को सुबह के समय ताजिये अपने-अपने मोहल्लों में गश्त करेंगे. मोहल्ला चूनगरान सहित आसपास के क्षेत्रों के ताजियों को चौखूंटी स्थित बड़ी कर्बला में, कई ताजिये अपने मुकाम बड़ा बाजार की तरफ के ताजियों स्थल पर ही होंगे ठंडे को लाल गुफा क्षेत्र की कर्बला में और उस्ता बारी और शीतला गेट क्षेत्र के ताजियों को जनता प्याऊ क्षेत्र की कर्बला में मातमी माहौल में शांत किया जाएगा. शहर में मिट्टी के ताजिये, उस्तों के ताजिये सहित करीब तीन ऐसे ताजिये हैं जो अपने मुकाम स्थल पर ही ठंडे किए जाते हैं. डूडी सिपाहियान में तैयार होने वाले मिट्टी के ताजिये को उसी स्थान पर ठंडा किया जाएगा. जहां पर वह तैयार होता है. वहीं उस्ता बारी में उस्तों के ताजिये को भी मोहल्ले में ही ठंडा किया जाता है.
इससे पहले रविवार को शहर में विभिन्न अखाड़ों द्वारा अलम का जुलूस निकाला गया. अलम का जुलूस शहर में मोहल्ला महावपुरा जोशीवाड़ा और हुसैनी मस्जिद महावतपुरा से शाम को निकला. जो दाऊजी रोड स्थित दरगाह नौगजा पीर पहुंचा. दरगाह नौगजा पीर के आगे सलाम पेश करने के बाद जुलूस वापस अपने स्थानों पर लौट गया. अलम के जुलूस लौटने के बाद अपने-अपने मुकाम पर ताजियों का एक रोजा निकाला गया. साथ ही इनके आगे दीपक जलाकर मेहंदी और प्रसाद चढ़ाया गया.