
केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल कल मंगलवार से अनूपगढ़ के दौरे पर हैं. इस दौरान अनूपगढ़ जिला बहाल करने की मांग कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. इसे लेकर पूर्व मंत्री व अर्जुनराम मेघवाल के प्रतिद्वंदी रहे गोविन्दराम मेघवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा है कि केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के अनूपगढ़ दौरे से ठीक पहले, अनूपगढ़ को जिला बहाल करने की मांग कर रहे हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बिना कारण हिरासत में ले लिया. इस शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक मांग को दबाने के लिए हमारे NSUI ज़िलाध्यक्ष मोहित भार्गव, साथी अरुण कटारिया, निशांत चुघ, पवन गोयर, सुधीर पुनिया, प्रेम भूल्लर, शुभम नागपाल, प्रेम चुघ और अन्य साथियों को तानाशाही तरीके से गिरफ्तार करना निंदनीय है. यह लोकतंत्र की आत्मा को कुचलने की कोशिश है.

पूर्व मंत्री मेघवाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र में कभी जय जयकार होगी तो कभी विरोध यही लोकतंत्र की आत्मा है. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजकल भाजपा नेताओं के दौरों के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अकारण हिरासत में लेना पुलिस का नया चलन बन गया है. यह न सिर्फ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि लोकतंत्र की सीधी हत्या है. भाजपा सरकार के दबाव में इस प्रकार के अलोकतांत्रिक कृत्य करना राज्य पुलिस के आचरण पर सवाल खड़े करता है. हम इस कार्रवाई की घोर निंदा करते हैं और माँग करते हैं कि सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अविलंब रिहा किया जाए. हम डरने वाले नहीं हैं. जब तक जनहित और न्याय की आवाज़ को दबाने की कोशिश होगी, हम पहले से अधिक ताकत से बोलेंगे.
