
अगर मेरे रहते किसान को नकली खाद मिल जाए, तो मैं किसान का बेटा नहीं!” – अपने तेवरों और तीखे बयानों से एक बार फिर चर्चा में हैं राजस्थान के बेबाक कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा. बिरसा मुंडा सम्मान समारोह में उन्होंने न सिर्फ़ सरकार के भीतर के विरोध को उजागर किया, बल्कि पार्टी के खिलाफ बोलने से भी पीछे नहीं हटे. नरेश मीणा से जेल में मिलने पर दिल्ली से आए फोन पर उनका जवाब – “मैं तो खुले में मिला, तुम तो चुपचाप टिकट दे रहे हो !” अब सोशल मीडिया पर वायरल है. नकली खाद बेचने वालों पर 57 FIR और 16 कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर उन्होंने एक्शन का दम भी दिखाया. गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए बोले – “क्या मंत्री को AC में बैठकर सोते रहना चाहिए ?” राजनीति में सेवा की कमी पर भी निशाना साधते हुए बोले – “लोग अब साली को भी पैसे वाली बनाने में लगे हैं.” उन्होंने मीन समाज की विरासत याद दिलाई – “पानी के प्रवाह के विपरीत तैरना हमारे DNA में है.” लोकसभा चुनाव में वादे के मुताबिक हार के बाद मंत्री पद भी छोड़ा. अब सवाल है – पार्टी क्या करेगी ? समर्थन देगी या फिर आएगा दोबारा कोई ‘फोन’ ?