
बीकानेर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम के राजकीय ट्रोमा सेंटर में हनुमानगढ़ निवासी 44 वर्षीय पुरुष मरीज, जो आनुवंशिक बीमारी हिमोफिलिया से ग्रस्त है, की जांघ की हड्डी के फ्रैक्चर का जटिल ऑपरेशन प्रोफेसर डॉ. रामप्रकाश लोहिया की अगुआई में सफलतापूर्वक किया गया. मरीज को 5 अगस्त को फ्रैक्चर होने के बाद हनुमानगढ़ और जयपुर के कई अस्पतालों में दिखाया गया, लेकिन अंततः 23 अगस्त को बीकानेर के अस्थि रोग विभाग में डॉ. लोहिया की यूनिट में भर्ती किया गया.
डॉ. लोहिया ने बताया कि हिमोफिलिया एक जटिल आनुवंशिक रोग है, जो 10,000 में से एक पुरुष, शिशु को प्रभावित करता है. इस रोग में खून का थक्का नहीं जमता, जिसके कारण सर्जरी अत्यंत जटिल होती है. मरीज के भर्ती होने के बाद अस्पताल के औषधि प्रभारी डॉ. गौरी शंकर जोशी से समन्वय कर आवश्यक दवाइयाँ उपलब्ध करवाई गईं. निश्चेतन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ मिलकर सभी जरूरी जाँचें पूरी की गईं. इसके बाद 28 अगस्त, 2025 को डॉ. लोहिया के नेतृत्व में ऑपरेशन का निर्णय लिया गया.
ऑपरेशन में डॉ. रामप्रकाश लोहिया के साथ उनकी टीम में डॉ. पी.डी. वर्मा, डॉ. मुरारी लाल सैनी, डॉ. शुभम गिलहोत्रा, निश्चेतन विभाग से डॉ. लक्ष्मी तंवर, डॉ. सक्सेना और नर्सिंग ऑफिसर श्रीमती रजनी शामिल रहीं. ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति स्थिर और संतोषजनक है.
अस्थि रोग विभागाध्यक्ष डॉ. बी.एल. खजोटीया ने कहा, “डॉ. लोहिया और उनकी टीम ने इस जटिल ऑपरेशन को बखूबी अंजाम देकर चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्टता का परिचय दिया है.” कार्यवाहक प्राचार्य एसपीएमसी डॉ. रेखा आचार्य ने बताया कि, “यह सफलता पीबीएम अस्पताल की तकनीकी और चिकित्सकीय क्षमता का प्रमाण है.” पीबीएम अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र वर्मा ने कहा, “डॉ. लोहिया की टीम ने मरीज को नया जीवन देकर सराहनीय कार्य किया है.”