
बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में बिजली विभाग द्वारा बकाया बिल वाले किसानों के ट्रांसफॉर्मर उतारने के विरोध में उतरी अखिल भारतीय किसान सभा, श्रीडूंगरगढ़ एक्सईएन कार्यालय पहुंचकर किसान सभा के सदस्यों ने दी चेतावनी, कहा – अभी किसानों की फसल के पकाव है समय, विभाग द्वारा पुलिस बल को साथ लेकर ट्रांसफॉर्मर उतारने की कार्रवाई को नहीं किया जाएगा बर्दास्त, किसानों को दी जाए मोहलत, उपखंड अधिकारी को भी विभिन्न मांगों को लेकर दिया ज्ञापन, माकपा तहसील सचिव मुखराम गोदारा, किसान सभा तहसील अध्यक्ष भंवरलाल भुवाल सहित कई लोग रहे मौजूद
अखिल भारतीय किसान सभा ने बुधवार को श्रीडूंगरगढ़ एक्सईएन कार्यालय पहुंचकर क्षेत्र में किसानों के ट्रांसफार्मर उतारने की कार्रवाई का कड़ा विरोध दर्ज कराया। किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि विभाग बकाया बिलों की वसूली के नाम पर पुलिस बल के साथ किसानों को डराकर उनके खेतों से ट्रांसफार्मर उठा ले रहा है, जबकि इस समय किसानों की फसल पकाव पर है. मूंगफली फसल पकाई के समय बकाया किसानो का ट्रांसफार्मर उतारने से न फसल होगी न निगम को राशि भर पाएंगे. इसलिए फसलें पकने तक मोहलत दी जाए ताकि किसान और विद्युत विभाग दोनों को घाटा न हो.
किसान सभा नेताओं ने साफ कहा कि किसान बिल चुकाने को तैयार हैं, लेकिन विभाग को अपनी मनमानी छोड़कर मानवीय व्यवहार करना होगा। संगठन ने चेतावनी दी कि अगर ट्रांसफार्मर उतारने की कार्रवाई नहीं रोकी गई तो आगामी सोमवार को विभाग का घेराव किया जाएगा। इस दौरान होने वाले हालात की पूरी जिम्मेदारी विभाग और प्रशासन की होगी.
उपखंड कार्यालय पहुंचे किसान नेता
किसान नेताओं ने उपखंड कार्यालय पहुंच कर उपखंड अधिकारी को यह याद दिलाया कि 19 अगस्त को पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें गोजा लट व कातरे से किसानों की फसल को हुए नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करवाने की मांग रखी गई थी. एसडीओ ने बैठक लेकर गिरदावरी का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. किसान सभा ने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं पर संज्ञान नहीं लिया गया तो बड़े आंदोलन की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. इस मौके पर माकपा तहसील सचिव मुखराम गोदारा, किसान सभा तहसील अध्यक्ष भंवरलाल भुवाल, सचिव राजेंद्र जाखड़, देवीसिंह भाटी, सरपंच सुनील, लालूराम सारण, गिरधारीलाल जाखड़, सतुनाथ सिद्ध, शेखर रैगर, मामराज गोदारा, मुकेश ज्याणी, गौरव टाडा, राजू सारण, दौलतराम मेघवाल, मदन प्रजापत सहित अनेक किसान नेता मौजूद रहे.