
प्रदेश में बीते लगभग 1 सप्ताह से रुकी आरजीएचएस सेवाएं बुधवार से फिर से शुरू हो गईं. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देश पर चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और सूचीबद्ध अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ हुई वार्ता के बाद अस्पतालों ने तत्काल प्रभाव से सेवा बहाली पर सहमति दी. विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि चर्चा सकारात्मक रही और निर्णय लिया गया कि लाभार्थियों को बिना रुकावट उपचार उपलब्ध कराया जाएगा.
सेवाएं बहाल, योजना को सुदृढ करने पर जोर गायत्री राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार आरजीएचएस योजना को सुदृढ करने और अनियमितताओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए निरंतर कदम उठा रही है. जरूरत के अनुसार योजना में लगातार बदलाव किए जा रहे हैं, ताकि लाभार्थियों को पूरा लाभ मिले और सभी हितधारक प्रक्रिया से संतुष्ट रहें. बैठक में आरजीएचएस के परियोजना निदेशक शाहीन अली खान सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा अस्पतालों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.
भुगतान, दर संशोधन और पारदर्शिता के लिए संयुक्त समिति
राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरजी लाल अटल ने बताया कि अस्पताल प्रतिनिधियों के साथ सहमति अनुसार बकाया भुगतान की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा. साथ ही, सीजीएचएस के अनुसार आरजीएचएस दरों में संशोधन के लिए परीक्षण किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि योजना के तहत Minimum Document Protocol, SOP, Empanelment के नियमों और पारदर्शिता की समीक्षा व आवश्यक सुधार के लिए एक संयुक्त कमेटी गठित की जा चुकी है. इस कमेटी में अस्पतालों के प्रतिनिधि भी शामिल किए जाएंगे और उनसे बातचीत कर आवश्यक सुझाव लिए जाएंगे. संयुक्त समिति के सुझावों के आधार पर योजना में नीतिगत बदलाव किए जाएंगे.