चार लाइन न्यूज़ डेस्क (तीर्थराज बरसलपुर) – मानसून की विदाई के बाद अब गुलाबी ठंड की दस्तक के साथ जलभराव क्षेत्रों में डेंगू भी पांव पसारने लगा है. बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में एक साथ एक गांव से सवा 100 के करीब डेंगू रोगी मिलने से हड़कंप मच गया है. बीते सितंबर माह में सेरूणा गांव में डेंगू के 24 मरीज पाए गए, लेकिन अब 10 दिनों बाद यह आंकड़ा दो दर्जन से सवा सौ के करीब पहुंच गया है. हालात ये है कि चिकित्सा विभाग की लापरवाही के चलते पूरे सेरूणा गांव में डेंगू ने पैर पसार लिये हैं.

स्थानीय लोगों ने चिकित्सा विभाग पर आरोप लगाया है कि बीते महीने डेंगू पॉजीटिव की संख्या जब 24 पहुंची तो भी विभाग नींद में ही रहा. ना गांव में कहीं फोगिंग की गई ना एंटी लार्वा गतिविधियों को अंजाम दिया गया. अब जब एक साथ 100 से ज्यादा डेंगू पॉजीटिव मिले तो विभाग में जिला स्तर तक हड़कंप मच गया है. डेंगू की भयावता ऐसी देखी जा रही है कि गांव में खौफ का माहौल छाया हुआ है. स्थानीय नागरिकों में विभागीय लापरवाही के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है. लोगों ने स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन पर भी साफ-सफाई को लेकर अनदेखी करने के आरोप लगाए हैं. युवाओं ने बताया कि बढ़ते डेंगू को लेकर 181 पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई. दो दिन पूर्व फोगिंग मशीन लेने भी स्टाफ उच्च अधिकारी के पास गया लेकिन मशीन नहीं मिलने की बात कही गई. ना जाने ऐसे विकट हालात के बाद भी विभाग क्यों नहीं चेत रहा है.

स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के पास हाइवे के किनारे नालों में पानी भरा पड़ा है. हाइवे किनारे नाले चालू नाले नहीं होने के चलते बरसात का पानी यहीं जमा है. जिसके चलते ही संभवत मच्छरों का भारी जमावड़ा हो गया है. जिससे पूरा गांव बीमार होने की कगार पर पहुंच गया है. गांव के दो डेंगू पीड़ित मरीज पीबीएम अस्पताल में भी भर्ती है, जिनका ईलाज जारी है. सेरूणा पीएचसी की लैब में अपने तीन बच्चों की आज सुबह डेंगू जांच करवाने आए पिता के दो बच्चे डेंगू पॉजिटिव आए. बच्चों का तुरंत निजी अस्पताल में ईलाज प्रारंभ करवाया गया. पिता ने चिंता जताते हुए पूरे गांव में डेंगू फैलने की बात पर गहरी चिंता जताई. सेरूणा पीएचसी की लैब के रजिस्टर में सभी पॉजिटिव केस की एंट्री दर्ज है. दो मरीज पीबीएम अस्पताल में भर्ती है. अब अधिकारियों ने सेरूणा से तुरंत रिपोर्ट मंगवाई है. सेरूणा में घर-घर सर्वे करने के लिए निर्देश देने के साथ ही एंटी लार्वा गतिविधियों के लिए भी विभागीय कार्मिकों को कहा गया है. गांव में शीघ्र ही फोंगिग करवाने और डेंगू ग्रसित रोगियों को पूरा इलाज मुहैया करवाने की व्यवस्था भी करने की बात कही जा रही है.


