राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के नए महानिदेशक गोविंद गुप्ता ने सोमवार को पदभार ग्रहण कर लिया. पदभार संभालने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि एसीबी की कार्ययोजना राज्य सरकार की नीतियों के अनुरूप होगी और भ्रष्टाचार पर “जीरो टॉलरेंस” की नीति को सख्ती से लागू किया जाएगा. गुप्ता ने कहा कि सरकार का विजन स्पष्ट है – भ्रष्टाचार को खत्म करना और प्रशासन में पारदर्शिता लाना. उन्होंने कहा, “हमारी जो भी प्लानिंग होगी, वह सरकार की कार्य योजना में समाहित होगी. सरकार चाहती है कि भ्रष्टाचार जीरो हो, और हम उसी दिशा में काम करेंगे.”

सूचना आधारित कार्रवाई पर रहेगा जोर, टेक्नोलॉजी और नई सोच के साथ काम करेगी टीम
एसीबी प्रमुख गुप्ता ने बताया कि ब्यूरो का काम मुख्य रूप से सूचना आधारित होता है. उन्होंने कहा, “टेक्नोलॉजी चाहे जितनी बढ़ जाए, सबसे महत्वपूर्ण यह है कि जनता भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी हो और हमें सूचना दे। जब लोगों को लगे कि कोई अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्टाचार कर रहा है, तो वह एसीबी को सूचित करें ताकि हम तत्काल कार्रवाई कर सकें.” गोविंद गुप्ता ने बताया कि एसीबी में नई पीढ़ी के अधिकारी शामिल हो रहे हैं जो अधिक टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली हैं. उन्होंने कहा कि एसीबी के पास आईटी की अलग विंग है और आवश्यकता पड़ने पर प्राइवेट विशेषज्ञों की सेवाएं भी ली जा सकती हैं. गुप्ता ने कहा कि एसीबी का उद्देश्य केवल भ्रष्टाचारियों को पकड़ना नहीं, बल्कि ऐसी व्यवस्था तैयार करना है जिसमें भ्रष्टाचार की गुंजाइश ही न बचे. उन्होंने कहा – “हम चाहते हैं कि जनता और प्रशासन मिलकर एक ऐसा सिस्टम बनाएं जहां ईमानदारी ही पहचान बने.”
