
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले का बदला भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए कार्रवाई कर लिया है. जिससे पाकिस्तान बौखला गया है. इधर, गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से फोन बात कर प्रदेश में बन रही स्थितियों की जानकारी ली और आदेश दिया है कि लोगों को सेना के बंकरों में शिफ्ट कर सुरक्षा प्रदान की जाए.
पाकिस्तान की सेना ने एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में गोलाबारी की है. सीमावर्ती गांव में नागरिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा हुआ दिखाई दे रहा है. यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. नागरिक इलाकों को बनाया निशाना पाकिस्तान की सेना ने बिना किसी उकसावे के सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाते हुए मोर्टार और अन्य हथियारों से गोलाबारी की. इस shelling से कई घरों और अन्य नागरिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि, इस घटना में किसी जानहानि की तत्काल कोई खबर नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है.
मीडिया में वीडियो में क्षतिग्रस्त मकानों और अन्य ढांचों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जो पाकिस्तानी सेना की कायराना हरकत को दर्शाता है. भारतीय सेना का मुंहतोड़ जवाब पाकिस्तानी सेना की इस नापाक हरकत का भारतीय सेना ने तुरंत और मुंहतोड़ जवाब दिया है. सीमा पर तैनात भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया. सूत्रों के अनुसार पाकिस्तानी सेना को भी इस गोलाबारी में भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान की ओर से यह संघर्ष विराम का उल्लंघन हाल ही में भारत द्वारा PoK में किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बौखलाहट का नतीजा है. भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के जवाब में यह सैन्य कार्रवाई की थी, जिससे पाकिस्तान बुरी तरह से बौखलाया हुआ है और सीमा पर इस तरह की हरकतें कर रहा है. सीमा पर तनाव बरकरार पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे संघर्ष विराम के उल्लंघनों के कारण जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में तनाव का माहौल बना हुआ है. स्थानीय लोग दहशत में हैं और उन्हें अपने घरों में ही दुबके रहने पर मजबूर होना पड़ रहा है. प्रशासन और सुरक्षा बल स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. यह घटना एक बार फिर पाकिस्तान की ओर से सीमा पर अशांति फैलाने की कोशिशों को उजागर करती है.