
दो दिन के प्रवास पर बीकानेर आए पूर्व सीएम अशोक गहलोत बुधवार को शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा रविंद्र रंग मंच में आयोजित संविधान बचाओ रैली में सम्मिलित हुए. गहलोत ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों पर तीखा हमला बोला और दोनों ही सरकारों पर तानाशाही तरीके से शासन करने और संविधान की मूल भावनाओं को लगातार कमजोर करने का आरोप लगाया. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस और भाजपा पर हिंदू राष्ट्र के नाम पर समाज में वैमनस्यता फैलाने का आरोप भी लगाया. गहलोत बोले कि गौशालाओं को कांग्रेस सरकार में सर्वाधिक अनुदान मिला, जबकि भाजपा शासन में बीते 11 वर्षों में बीफ निर्यात कई गुना बढ़ गया है. गहलोत ने भाजपा को दोहरे मापदंड अपना कर जनता को गुमराह करने वाली सरकार भी बताया.
गहलोत अपने संबोधन में यही नहीं रुके गहलोत ने कश्मीर के पहलगाम में हुई 26 लोगों की मौत और प्रयागराज में हुई भगदड़ की घटनाओं का भी जिक्र करते हुए कहा कि इन गंभीर मामलों में कोई जांच नहीं करवाई गई, नहीं किसी की जिम्मेदारी तय की गई। उन्होंने सवाल किया कि क्या लोकतंत्र में सवाल पूछना भी अब अपराध बन गया है ? गहलोत ने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में बदलाव और सरकारी नौकरियों में कथित पक्षपात को लेकर भी भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकारों में RSS लॉबी पूरी तरीके से हावी है और नियुक्तियों से लेकर स्कूलों तक प्राथमिकता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े लोगों को ही दी जा रही है.

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को आधे हाथों लेते हुए कहा कि वह देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने महज डेढ़ साल के कार्यकाल में ही खुद को 5 साल की कांग्रेस सरकार से बेहतर घोषित कर दिया है. इसके अलावा कम गहलोत ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए सीजफायर के का जिक्र करते हुए पूछा कि फिर ऐसा कौन सा रहस्य है जिस पर प्रधानमंत्री अब तक चुप्पी साधे हुए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसद में विपक्ष के सवालों पर छुट्टी पर भी टिप्पणी की और कहा कि प्रधानमंत्री के पास सवालों के जवाब देने का सुनहरा अवसर था लेकिन उन्होंने मौन रहना ही बेहतर समझा.

इस रैली में कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी इस सभा को संबोधित किया जिसमें पूर्व शिक्षा मंत्री बुलाकी दास कल्ला, पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल, पूर्व मंत्री भंवर सिंह भाटी, धर्मेंद्र राठौड़,विधायक सुशील डूडी, प्रभारी शिमला नायक ,जिला अध्यक्ष यशपाल गहलोत सहित अन्य नेताओं ने भी अपना संबोधन दिया.