
बीकानेर एडीएम प्रशासन रामावतार कुमावत ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में साप्ताहिक समीक्षा बैठक लेते हुए कहा कि गर्मी के मौसम में बिजली के कारण पानी की सप्लाई बाधित ना हो। इसको बिजली और पीएचईडी विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करते हुए इसे इंशोर करे। कुमावत ने बिजली, पानी और चिकित्सा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि अस्पतालों में लू-तापघात के अलग वार्ड बने ताकि लोगों को परेशानी ना हो। साथ ही कहा कि बिजली, पानी की समस्याओं को लेकर संबंधित विभागों के कंट्रोल रूम नंबर 24 घंटे चालू रखें और इन नंबरों का प्रचार-प्रसार करें।
बजट घोषणाओं की क्रियान्विति अधिकारीगण पर्सनली करे
एडीेएम प्रशासन रामावतार कुमावत ने बजट घोषणाओं वर्ष 2024-25 और वर्ष 2025-26 की समीक्षा करते हुए कहा कि बजट घोषणाओं से संबंधित कार्यों को अधिकारीगण पर्सनल लेते हुए तत्काल करें ताकि आमजन को बजट घोषणाओं का लाभ जल्द से जल्द मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर विभाग स्तर पर ही कार्य अटके रहेंगे तो इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ेगा। लिहाजा अधिकारीगण बजट घोषणाओं के कार्यों को जैसे हम अपने पर्सनल कार्यों को करते हैं वैसे ही प्राथमिकता से करें।

एडीएम प्रशासन ने पिछले दो वर्षों की बजट घोषणाओं में पेंडिंग चल रहे एक-एक कार्यों की विभागवार समीक्षा की और संबंधित विभाग के अधिकारियों से अपडेट लेते हुए आगे के कार्यों को जल्द पूरा करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग के आला अधिकारीगण बजट घोषणाओं के कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करें और दूसरे विभागों से समन्वय रखते हुए कार्य जल्द से जल्द पूरा करें। अगर कार्य कहीं अटकता हैै तो जिला प्रशासन को तत्काल बताएं।
कुमावत ने सांखला रेलवे फाटक, कोटगेट रेलवे फाटक, बीकानेर से कोटपूतली ( 295 किलोमीटर) तक ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेस वे निर्माण, 220/132 केवी जीएसएस निर्माण, क्षतिग्रस्त खाला का निर्माण, आईजीएनपी में स्काडा सिस्टम, नागणेची मंदिर के पास ओवरब्रिज, आदर्श सौर ग्राम, स्पाइनल इंजरी सेंटर, उप सेवा केन्द्रों को प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र और सामुदायिक चिकित्सा केन्द्रों को उप जिला अस्पताल में क्रमोन्नयन समेत विभिन्न कार्यों की समीक्षा करते हुए इनके जमीन अधिग्रहण से लेकर अन्य सभी कार्यों की समीक्षा की। बैठक में नगर निगम कमिश्नर श्री मयंक मनीष, बीडीए आयुक्त श्रीमती अपर्णा गुप्ता, नगर निगम उपायुक्त श्री यशपाल आहूजा समेत सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।