
बीकानेर जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में मियावाकी पद्धति से पौधारोपण एवं मॉडल पौधशालाएं विकसित की जाएं. साथ ही सभी 354 पंचायत पौधशालाओं को भी जल्दी ही क्रियाशील करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि हरियालो राजस्थान अभियान के तहत जिले की नौ पंचायत समितियों में 6 लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे. इसकी तैयारियां समय रहते कर ली जाएं.
जिला कलक्टर ने बुधवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए. जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में बनने वाली 354 पंचायत पौधशालाओं में से अब तक 264 को जीओ टैग किया गया है. वहीं अब तक 81 नर्सरियों का कार्य ही प्रारम्भ किया गया है. उन्होंने कहा कि जल्दी ही शत-प्रतिशत स्थानों पर कार्य प्रारम्भ हो. बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने मनरेगा के तहत विद्यालयों में चारदीवारी और सार्वजनिक शेड निर्माण, आंगनबाड़ी कन्वर्जेस, दिव्यांग लाभार्थियों के व्यक्तिगत कार्यों सहित प्रगतिरत कार्यो एवं नियोजित श्रमिकों के बारे में जाना.
जिला कलक्टर ने सांसद एवं विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत कार्यों की विधानसभा और विभागवार समीक्षा की. उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य को जीओ टैग करना सुनिश्चित करें. साथ ही प्रगति की मासिक सूचना उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए. उन्होंने पीएम सूर्यघर योजना का प्रचार-प्रसार करने, आबादी विस्तार के प्रस्ताव भिजवाने और स्वामीत्व योजना के बारे में जाना. ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के निर्देश दिए.
इन योजनाओं की समीक्षा की
जिला कलक्टर ने मनरेगा के अलावा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 एवं इसके तहत पंचायती राज विभाग की बकाया सीसी, प्रधानमंत्री शहरी और ग्रामीण आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन शहरी एवं ग्रामीण, डीएमएफटी, बीएडीपी, महात्मा गांधी ग्रामीण जन भागीदारी विकास योजना, मुख्यमंत्री जिला नवाचार निधि, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, एफएफसी-एसएफसी, नई पंचायत समितियों एवं ग्राम पंचायतों के भवन, पेंशनर्स के भौतिक सत्यापन सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल सहित ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज के विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।