
Bikaner Guru Purnima Lalji Guruji
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर में गुरु पूर्णिमा पर लालजी गुरुजी के निवास पर मोहता चौक में श्रद्धालुओं की भीड़ रही. गुरु पूर्णिमा का महत्व बताते हुए लालजी गुरुजी ने जीवन में गुरु की आवश्यकता और उनके मार्गदर्शन की महत्ता पर जोर दिया. गुरु पूर्णिमा का पर्व भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है. यह पर्व आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है और इसे महर्षि वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है, जिन्होंने महाभारत और वेदों की रचना की थी. गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
लालजी गुरुजी ने बताया कि गुरु पूर्णिमा का असली महत्व गुरु के प्रति श्रद्धा और सम्मान में निहित है. उन्होंने कहा कि गुरु ही हमें अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं. गुरु के बिना जीवन अधूरा है और उनका मार्गदर्शन हमारे जीवन को सही दिशा प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही गुरु-शिष्य परंपरा हमारे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा रही है. गुरु के सानिध्य में शिष्य अपनी बौद्धिक और आत्मिक विकास की यात्रा को आगे बढ़ाता है.
गुरुजी ने यह भी बताया कि गुरु हमें सिर्फ शास्त्रों का ज्ञान ही नहीं देते, बल्कि हमें जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं. वे हमें नैतिक मूल्यों, अनुशासन और आत्म-संयम की शिक्षा देते हैं. गुरु के आशीर्वाद से ही शिष्य अपने जीवन में सफल होता है और समाज में अपना स्थान बनाता है. मोहता चौक में आज की यह भीड़ और आयोजन निश्चित रूप से गुरु-शिष्य परंपरा की महत्ता को उजागर करते हैं. गुरु पुर्णिमा पर आज लालजी गुरुजी के यहां आम और खास लोगों का भारी जमावड़ा रहा. श्रद्धालु अपने गुरु को नमन करने और आशीर्वाद लेने पहुंचे.