
bikaner-police-superintendent-murder-revealed
- बीकानेर पुलिस ने जेएनवीसी थाना क्षेत्र में सिर व दोनों हाथ कटे महिला के शव मिलने के मामले में किया खुलासा
- जिस सहेली को मानती थी बड़ी बहन उसी ने प्रेमी के साथ मिलकर उतार दिया मौत के घाट, कई वर्षों से सहेली के साथ रह रही थी मृतका
- जोधपुर में आरोपी संगीता के रहती थी मृतका मुस्कान, संगीता के लिवइन साथी विकास माल ने गला दबाकर की हत्या
- पहचान छिपाने के लिए मृतका का सिर व दोनों हाथ काटे, महाराष्ट्र की रहने वाली मृतका मुस्कान के दोनों हाथों पर बने हुए थे टेटू
- एसपी तेजस्विनी गौतम ने कहा – मामला चुनौतीपूर्ण रहा, एसआईटी का गठन कर गहनता से की पड़ताल, कांस्टेबल हेतराम व शिवराज की रही विशेष भूमिका
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर पुलिस ने बीते दिनों जेएनवीसी थाना क्षेत्र में मिली बिना सिर व दोनों हाथों वाली महिला के शव के मामले में शुक्रवार को खुलासा किया. जोधपुर में मृतका की साथ रहने वाली सहेली ही कातिल निकली है. मृतका का सिर व दोनों हाथ जोधपुर से एक गंदे नाले में से बरामद किये गए हैं. मामले में सामने आया कि मृतका महाराष्ट्र की रहने वाली है जो पहले पाली और अब अपनी सहेली के साथ जोधपुर में रह रही थी. साथ रह रही सहेली को वह बड़ी बहन मानती थी और उसके लिवइन पार्टनर से अनबन के चलते हत्या करने की बात सामने आई है.
बीकानेर जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि जेएनवीसी थानाधिकारी सुरेन्द्र पचार पुलिस थाना को दौराने गश्त सूचना मिली कि कोटडी-घडसीसर अडंरब्रीज के पास डम्पिंग यार्ड के कचरे में एक महिला की लाश मिली है. जिसकी गर्दन व दोनों हाथ कटे हुये है. इसके बाद पुलिस जाब्ते सहित थानाधिकारी मौके पर पहुंचे और महिला के शव का व घटनास्थल का निरीक्षण किया. जिसमें प्रथम दृष्टया महिला के शव को देखने पर महिला की हत्या किया जाना प्रतीत हुआ. इस पर एफएसएल टीम द्वारा साक्ष्य जुटाकर शव को पीबीएम मॉर्चरी भिजवाया गया और मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया.
एसपी गौतम ने बताया कि अज्ञात महिला की निर्मम हत्या की गंभीर अपराध की रिर्पोट व सूचना मिलने पर घटनास्थल का निरीक्षण किया व मौके पर एफएसएल टीम व श्वान दल को बुलाया गया, मामला महिला की निर्मम हत्या से जुडा हुआ था. बीकानेर पुलिस ने इस प्रकरण को प्राथमिकता से लिया जाकर तुरन्त प्रभाव से अलग-अलग टीमें गठीत की गयी. प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया था. इसके बाद अलग-अलग टीमें बनाकर गहनता से पड़ताल की गई.
एसपी ने कहा कि दीपक शर्मा आरपीएस अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया, जिसमें वृताधिकारी सदर आईपीएस रमेश, श्रवणदास संत आरपीएस वृताधिकारी नगर, शालिनी बजाज आरपीएस वृताधिकारी गंगाशहर, सुरेन्द्र पचार पुनि थानाधिकारी जेएनवीसी, मनोज शर्मा थानाधिकारी कोटगेट, नरेश निर्वाण थानाधिकारी बीछवाल, सत्यनारायण गोदारा पुनि थानाधिकारी सदर, कुलदीप चारण पुनि डीएसटी प्रभारी, परमेश्वर सुथार उनि थानाधिकारी कोतवाली, रेणुबाला उनि पीएस मुक्ताप्रसाद नगर, नरेन्द्र उनि पीएस जेएनवीसी, दीपक यादव सउनि प्रभारी साईबर सैल के अलग-अलग टीमों का गठन कर उक्त प्रकरण के खुलासे के लिये टास्क दिया गया. जिसमें सभी टीमों को अलग-अलग कार्य दिया गया.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि पुलिस की अलग-अलग टीमों के द्वारा मुखबीर तंत्र मजबूत किये व घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेजों को चैक करना शुरू किया गया. तथा घटनास्थान से तकनिकी साक्ष्य भी एकत्रित कर कार्य प्रारंभ किया गया तथा घटना के आस-पास के लोगों से पूछताछ व पुलिस टीमों द्वारा अज्ञात शव मिलने वाले घटनास्थल के पास लगातार 24 घंटे पांच दिनों तक उस रूट से आने जाने वाले लोगों से जानकारीयां जुटाई, बीकानेर शहर में रहने वाले संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई.
इसके बाद पूर्व में दर्ज हुये प्रकरणों से संबंधित बदमाशों से भी पूछताछ की गई व आ-सूचना तथा सम्पूर्ण अलग-अलग तकनिकी साक्ष्यों के आधार पर गंगाशहर पुलिस थाना के हैडकानि हेतराम व पुलिस थाना कोतवाली के कानिस्टेबल शिवराज के द्वारा मुल्जिमों को चिन्हित कर लिया गया व पुलिस टीम ने कडी मेहनत व लग्न से कार्य करते हुये वारदात मे सम्मिलित मुल्जिमों को दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया.
मामले में पुलिस ने जोधपुर से मामले के तार जुड़े होने का पता लगाया. जिसमें मृतका की पहचान पाली के शंकरनगर के वार्ड नं. 9 निवासी मुस्कान पति मोहम्मद रफीक उम्र 34 साल के रूप में हुई जो अपनी सहेली के साथ जोधपुर में रह रही थी. पुलिस ने इस पीलीबंगा जिला हनुमानगढ़ निवासी संगीता पत्नि स्वं. गोपालसिंह उम्र 35 साल व उसके लिवइन पार्टनर झुंझनू जिले के भुवाना निवासी विकास माल पुत्र लीलाधर जाट उम्र 37 साल को जोधपुर के शिकारगढ़ से गिरफ्तार किया है. विकास जोधपुर में टूर टैक्सी चलाता है.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मृतका मुस्कान संगीता के साथ उक्क आरोपी विकास का रहना पसंद नहीं करती थी और दोनों में इस बात को लेकर अक्सर झगड़ा होता था. इसी बात पर हुई बहस इतनी बढ़ी कि विकास ने मुस्कान की गला दबा कर हत्या कर दी. मुस्कान के दोनों हाथों पर टेटू बने थे जिससे पहचान उजागर होने के डर के चलते दोनों आरोपियों संगीता व विकास ने पहचान छिपाने के लिए मुस्कान की गर्दन और दोनों हाथ काट दिये. आरोपियों ने धड़ को बीकानेर में फेंक कर सिर व दोनों हाथ अपने साथ जोधपुर ले गए.
दोनों शातिर हत्यारों ने मुस्कान का सिर व दोनों हाथ एक कट्टे में डालकर जोधपुर के पांच बत्ती चौराहा स्थित एक गंदे नाले में फेंक दिया. पूछताछ में दोनों ने हत्या की पूरी कहानी बताते हुए वारदात कबूली है. जिसमें गंडासे से मुस्कान की गर्दन व हाथ काटना कबूला है. जोधपुर ने आरोपियों ने मकान बदलकर दूसरी जगह रहकर पुलिस से बचने की भी कोशिश की थी. पुलिस को चकमा देने के लिए दोनों ने साजिशन मुस्कान के शव को खुर्द बुर्द करने की नीयत से टुकड़े कर फेंके लेकिन बीकानेर पुलिस के दो सिपाहियों ने अपनी सूझबूझ से कड़ी से कड़ी मिलाते हुए हत्यारों तक पहुंचने में सफलता हासिल की.