अंता उपचुनाव में आज मांगरोल का नज़ारा विधानसभा चुनाव जैसा रहा, जहाँ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक ही रथ पर नज़र आए, संदेश साफ – अंदरूनी खींचतान की चर्चाओं के बीच बीजेपी एकजुट है. दोपहर को आज़ाद चौक से शुरू हुआ रोड शो सीसावली तिराहे तक करीब ढाई किलोमीटर चला, रास्ते भर भीड़, नारों की गूंज और घरों की छतों से बरसते फूल देखने को मिले. मुस्लिम समाज के लोगों ने जेसीबी पर खड़े होकर फूल बरसाए, जिसे बीजेपी स्थानीय समीकरणों में अपने प्रभाव के संकेत के तौर पर पेश कर रही है. वसुंधरा राजे ने संबोधन में कहा कि बारां और मांगरोल की सड़कें पिछली सरकार ने वादा किया था, लेकिन उसे पूरा यह सरकार कर रही है, और 175 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं। कुल 51 स्वागत द्वारों ने रोड शो को पूरी तरह राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का रूप दिया. हालांकि टिकट फाइनल करने में देरी और गुटबाज़ी की खबरों ने पार्टी को सवालों के घेरे में रखा था। इसलिए ये रोड शो सिर्फ प्रचार नहीं, बल्कि एक जवाब भी था – कि शीर्ष नेतृत्व एक मंच पर है. इधर कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय नरेश मीणा मैदान में हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है. अब असली परीक्षा होगी 11 नवंबर को, जब जनता तय करेगी कि यह शक्ति प्रदर्शन वोटों में बदलता है या नहीं.
