सीकर में माकपा की रैली के दौरान आज हालात उस वक्त गरमा गए जब सांसद अमरा राम और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई. कलेक्ट्रेट पहुंची रैली को रोकने पर प्रदर्शनकारी भिड़ गए, हालांकि अमरा राम के दखल से भीड़ शांत हो गई. सभा में उन्होंने सरकार पर सुस्ती और संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा – “राजस्थान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है.” किसानों की फसल मुआवजा, स्मार्ट मीटर, बेरोजगारी और पेयजल जैसी समस्याओं पर माकपा ने तेज हमला बोला. अमरा राम ने कहा – “खाद मांगने वाले किसानों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं, और जो स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे हैं, उनके घरों में जबरन मीटर लगाए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि शेखावाटी की 60% फसल नष्ट होने के बावजूद सरकार केवल तीन प्रतिशत नुकसान मान रही है. सभा में 8 हज़ार करोड़ की जल जीवन योजना पर भी लापरवाही के आरोप लगे. अमरा राम बोले – “मुख्यमंत्री नौ बार सीकर आए, लेकिन अब तक सिर्फ बातचीत से ही पानी पिलाया जा रहा है.” किसानों की कर्जमाफी, फसल मुआवजा और अत्याचारों पर रोक जैसी मांगों के बीच आज का यह टकराव एक बड़ा सवाल छोड़ गया – क्या सरकार और जनता के बीच की संवाद की दीवार अब विरोध में बदल चुकी है ?
