3 दिन की ED रिमांड पर बीकानेर का पूर्व पार्षद सादिक़ खान, मास्टरमाइंड के तौर पर मनी लांड्रिंग, धर्मांतरण रैकेट चलाने के आरोप में हुआ था गिरफ्तार !
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जयपुर ज़ोनल कार्यालय टीम द्वारा करीब 2 माह पहले बीकानेर में दबिश देकर की गई कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए पूर्व पार्षद और मौलवी मोहम्मद सदीक उर्फ सादिक़ खान को गिरफ्तार कर लिया गया है. सादिक़ खान को मनी लांड्रिंग, धर्मांतरण रैकेट चलाने के आरोप के चलते आज पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया जहां कोर्ट ने उसे ईडी को तीन दिन की रिमांड पर सौंप दिया गया. मोहम्मद सदीक उर्फ सादिक़ खान बीकानेर के अलफुर्कान एजुकेशनल ट्रस्ट (AET) का पूर्व अध्यक्ष है जिसे मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत गिरफ्तार किया है.

ईडी के सूत्रों के अनुसार, मोहम्मद सदीक उर्फ सादिक़ खान की गिरफ्तारी सार्वजनिक दान की व्यवस्थित हेराफेरी, व्यापक नकद आधारित आपराधिक गतिविधियां, संदिग्ध विदेशी संपर्क तथा कट्टरपंथ और अवैध नेटवर्क से जुड़े व्यवहार के आरोप में की गई है. जिसमें आज 4 दिसंबर 2025 को जयपुर स्थित माननीय विशेष (PMLA) अदालत में पेश किया गया. अदालत ने मामले की अगली पड़ताल के लिए मोहम्मद सदीक को 3 दिन की ईडी कस्टडी (6 दिसंबर 2025 तक) प्रदान की है. ईडी अब आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर मामले में आगे की जांच करेगी.

बता दें कि बीकानेर में अल फुरकान एजुकेशनल ट्रस्ट का अध्यक्ष रह चुका पूर्व पार्षद और मौलवी मोहम्मद सदीक उर्फ सादिक़ खान ‘जमीयत अहले हदीस’ नामक एक एनजीओ का संचालन करता है. ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि सादिक कई ट्रस्टों और संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ था. इसके अलावा विभिन्न ट्रस्टों से जुड़े करीब 20 बैंक खातों का संचालन भी आरोपी सादिक़ खान ही करता था, जिनमें करोड़ों रुपये के लेनदेन की बात ईडी की जांच में सामने आई है. साथ ही सादिक़ खान के ट्रस्टों को विदेश से कई व्यक्तियों और फर्म द्वारा फंडिंग करना भी पाया गया है. बीकानेर में करीब 2 माह पूर्व ईडी टीम ने छापेमारी के दौरान इससे जुड़े अहम दस्तावेजों और कई डिजिटल सबूतों को जब्त किया था, जिसकी जांच अब सादिक़ खान की ईडी कस्टडी से आगे बढ़ पाएगी.
