
Effigy of Yunus Khan burnt in Bikaner Roadways
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – प्रदेशभर में रोडवेज डिपो पर सोमवार को भारतीय मजदूर संघ से संबंधित श्रम संगठन राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन और सेवानिवृत कर्मचारी महासंघ द्वारा विरोध प्रदर्शन कर विधायक व पूर्व मंत्री युनूस खान का पुतला दहन किया गया. इसी कड़ी में बीकानेर में भी फैडरेशन के शाखा अध्यक्ष गजेंद्र सिंह शेखावत की अगुवाई में रोडवेज कर्मचारियों ने केंद्रीय बस स्टैंड पर विधायक युनुस खान का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में प्रदेश मंत्री धर्मपाल नाथ, भंवर सारण, सुंदर मिस्त्री, मूलदान, जेठाराम, सुशील बिश्नोई, शिवशंकर, रामनिवास पुनिया, शेरसिंह, महेश राजपुरोहित, अमरचंद दहिया, गजानन्द पारीक, सतीश आचार्य, रणजीतसिंह, सेवानिवृत्त यूनियन के संभागीय अध्यक्ष बंशीलाल राजपुरोहित सहित सैंकड़ो कार्यकर्ता प्रदर्शन में उपस्थित रहे.
सेवानिवृत्त यूनियन के संभागीय अध्यक्ष बंशीलाल राजपुरोहित ने बताया कि जन हित में एक तरफ राज्य सरकार ने रोडवेज उद्योग को चलाने की दृष्टि से वर्ष 2024 के बजट में 500 साधारण, एक्सप्रेस और 300 इलेक्ट्रिक नई बस खरीदने और 1650 नई भर्ती करने की घोषणा की है और दूसरी तरफ विधान सभा में विधायक युनुस खान द्वारा रोडवेज उद्योग को समाप्त करने की दृष्टि से रोडवेज की जगह प्राइवेट वाहनों और लोक परिवहन की वाहनों के संचालन करने की पैरवी करना यह साबित करता है कि विधायक युनुस खान द्वारा इन वाहन माफियाओं के साथ मिलीभगत और पेक्ट होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है.
बंशीलाल राजपुरोहित ने कहा कि पूर्व में वर्ष 2013 से वर्ष 2018 तक वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री के कार्यकाल में युनुस खान परिवहन मंत्री थे उस वक्त ही इन्होंने मुख्यमंत्री को गुमराह कर राजस्थान में रोडवेज की सेवाओं को समाप्त करने की दृष्टि से लोक परिवहन बस सेवा की शुरुआत की थी. जिसके परिणाम स्वरूप आज बस दुर्घटना का आंकड़ा बढ़ा है. जिससे कई जनहानि हुई है जिसके जिम्मेदार सिर्फ पूर्व परिवहन मंत्री युनुस खान है. आज सत्ता में न होते हुए भी विधान सभा में रोडवेज उद्योग को बंद करने की दिशा में कदम बढ़ाने का प्रयास करना और लोक परिवहन बसों को चलाने की पैरवी करना यह साबित करता है कि विधायक का प्राइवेट वाहन माफियाओं से गठजोड साफ दर्शाता है. जिससे रोडवेज कर्मचारियों में रोष व्याप्त है.