
बीकानेर के गैरसर में संविधान निर्माता व भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती से एक दिन पहले उनकी प्रतिमा पर कालिख पोतने की घटना को पूर्व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने अत्यंत निंदनीय और पीड़ादायक बताया. मेघवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि मैं इस शर्मनाक और कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता हूँ. भाजपा के शासनकाल में लगातार महापुरुषों का अपमान हो रहा है. यह केवल चिंताजनक नहीं, बल्कि असहनीय है. इस तरह की घटनाएं समाज को बांटने का प्रयास हैं और हमारे लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने की साज़िश भी.
पूर्व मंत्री मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब केवल एक व्यक्ति नहीं हैं, वो करोड़ों दलितों, वंचितों और शोषितों की आवाज़ और उम्मीद हैं. उनकी प्रतिमा पर हमला सिर्फ एक मूर्ति पर नहीं, बल्कि उस संविधान पर हमला है जिसने हमें समानता, समता और न्याय का अधिकार दिया. पूर्व मंत्री मेघवाल ने प्रदेश की भजनलाल सरकार से मांग की है कि इस घृणित घटना का तत्काल संज्ञान लिया जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए.