
"Maha Sangram" in All India Bishnoi Mahasabha
चार लाइन न्यूज़ डेस्क (तीर्थराज बरसलपुर) – अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में इन दिनों महासंग्राम देखा जा रहा है. जहां महासभा के संरक्षक और राष्ट्रीय अध्यक्ष आमने-सामने हो गए हैं. विवाद महासभा के संरक्षक व हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष को पदमुक्त कर अगले चुनाव तक परसराम बिश्नोई को अध्यक्ष नियुक्त करने के बाद शुरू हुआ. जिसमें कुलदीप बिश्नोई द्वारा एक पत्र जारी कर 12 नवंबर को महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र बुड़िया को पद से हटाया गया तो देवेन्द्र बुड़िया ने भी एक पत्र जारी किया है जिसमें 11 नवंबर को ही कुलदीप बिश्नोई को पद से हटा दिये जाने की जानकारी दी गई है. अब विवाद अगले स्तर तक जा पहुंचा है.
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने अपने X हैंडल पर एक पत्र जारी कर जानकारी देते हुए लिखा कि सदैव गुरू जंभेश्वर भगवान के दिखाए आदर्शों को आगे बढ़ाते हुए समाजसेवा की दिशा में अपने कत्र्तव्यों को पूरा करने का प्रयास करती आई है और हमेशा करती रहेगी. व्यक्ति, पद और निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर हम सबको मिलकर समाज की एकजुटता की दिशा में कार्य करते रहना है. नई परिस्थितियों को देखते हुए समाज के सभी प्रबुद्धजनों से विचार विमर्श करने के बाद महासभा में प्रधान पद पर नई नियुक्ति की गई है. मुझे पूर्ण विश्वास है की परसराम बिश्नोई स्वर्गीय रामसिंह गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाते हुए महासभा को नई ऊंचाईयां प्रदान करेंगे.
कुलदीप बिश्नोई ने अपने लेटर के जरिये ये कहा है कि पिछले कुछ दिनों से देवेंद्र बुढ़िया सोशल मीडिया पर झूठे और समाज को बांटने की बान दे रहे हैं. जिसकी वजह से समाज में गलत संदेश जा रहा है, ऐसे बयानों से समाज में टकराव की स्थिति हो सकती है. कुलदीप बिश्नोई का यह भी कहना है कि साधु संतों एवं महासभा के पदाधिकारी भी उन्हें देवेंद्र के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं. समाज में एकता को कायम करने और भाईचारा बनाए रखने के लिए देवेंद्र बुढ़िया को वह पद से हटा रहे हैं. कुलदीप बिश्नोई ने अपने पत्र के जरिये यह भी बताया है कि उन्होंने देवेंद्र बुढ़िया के खिलाफ सुभाष देहड़ू की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. कमेटी पूरे मामले की जांच की जाएगी, उसके आधार तथ्यों सहित रिपोर्ट पेश की जाएगी. तब तक परसराम विश्नोई को अगले चुनाव तक अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा का प्रधान नियुक्त किया जाता है.
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा सदैव गुरू जंभेश्वर भगवान के दिखाए आदर्शों को आगे बढ़ाते हुए समाजसेवा की दिशा में अपने कत्र्तव्यों को पूरा करने का प्रयास करती आई है और हमेशा करती रहेगी। व्यक्ति, पद और निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर हम सबको मिलकर समाज की एकजुटता की दिशा में कार्य करते रहना… pic.twitter.com/N7ZxzJIBSM
— Kuldeep Bishnoi (@bishnoikuldeep) November 12, 2024
इसके बाद आज अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढ़िया ने महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ भी पत्र जारी किया है. देवेंद्र बुढ़िया ने अपने लेटर के जरिये कहा है कि कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटा दिया. देवेंद्र बुढ़िया का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई ने अपने बेटे का अंतरजातीय विवाह किया है, ऐसे में बिश्नोई समाज उनके खिलाफ हो गया है. कुलदीप बिश्नोई अब अपने पद पर नहीं रह सकते. देवेंद्र बुढ़िया ने अपने फेसबुक हेंडल के जरिये कहा कि कुलदीप बिश्नोई का लेटर का अब कोई मतलब नहीं है, उनकी पावर अब खत्म हो चुकी है.
पूर्व संरक्षक पूर्व विधायक पूर्व संसद @bishnoikuldeep जी आप दिनाक 11/11/2024 को ही संरक्षक पद से असामाजिक कृत्य में लिप्त का दोषी पाए जाने पर आप को अपने पद से बरखास्त कर दिए गए थे। एवं आप के संरक्षक रहते हुए ही किसी भी नियुक्ति या पद मुक्त करने संबंधित सारी शक्तियां वापस दिनाक…
— Devendra Bishnoi (@Devendraburia) November 13, 2024
इसके बाद कल 12 नवंबर मंगलवार को देवेंद्र बुढ़िया ने BJP के विधायक रणधीर पनिहार पर बदसलूकी का आरोप लगाया था. देवेंद्र बुढ़िया ने जोधपुर में बिश्नोई समाज के लोगों के साथ बैठक की है. बैठक में देवेंद्र बुढ़िया ने कुलदीप बिश्नोई और उनके करीबी रणधीर पनिहार पर कई आरोप लगाए. देवेंद्र का कहना है कि रणधीर परिहार ने भी उनके साथ बुरा बर्ताव किया है, जबकि रणधीर परिहार की तरफ से उन पर लगाए आरोपों को झूठा बताया गया है. बैठक में देवेंद्र ने कहा कि आज 13 नवंबर बुधवार को बिश्नोई समाज के धार्मिक स्थल मुकाम धाम पर बैठक होगी, समाज जो फैसला करेगा उसे स्वीकार किया जाएगा.