

अधिकारियों को पूर्ण गंभीरता और समन्वय से कार्य करने के दिए निर्देश
राज्य सरकार द्वारा बॉर्डर जिलों में तत्काल की गई आवश्यक व्यवस्थाएं, नहीं आने दी जाएगी कोई कमीः श्री खींवसर
बीकानेर में आज चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए वर्तमान परिस्थितियों में अब तक की गई तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, बीकानेर (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी, संभागीय आयुक्त डॉ. रवि कुमार सुरपुर, जिला प्रभारी सचिव कृष्ण कुणाल, महानिरीक्षक पुलिस ओमप्रकाश, जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि तथा पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सागर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर सभी अधिकारी-कर्मचारी अधिक सतर्कता, मुस्तैदी और जवाबदेही से कार्य करें। किसी भी प्रकार की आवश्यकता पड़ने पर राज्य सरकार द्वारा कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सीमांत क्षेत्र के जिलों को पांच-पांच करोड़ रुपए दिए गए हैं, जिससे आपदा प्रबंधन से जुड़ी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए जा सकें। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने और राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि पीबीएम अस्पताल में 28 तथा सीएमएचओ को 17 सहित कुल 45 चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से बीकानेर जिले में नियुक्त किया गया है। सभी चिकित्सकों ने ज्वाइन कर लिया है। इसी प्रकार अतिरिक्त एम्बूलेंस और फायर ब्रिगेड भी उपलब्ध करवाए गए हैं। आगे भी संसाधनों की किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
खींवसर ने कहा कि जिले के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पीबीएम का बर्न वार्ड, ब्लड बैंक सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की। निजी अस्पतालों के संसाधनों, ऑपरेशन थिएटर सहित सभी संसाधनों का डेटा बैंक अपडेट रखा जाए।
चिकित्सा मंत्री ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों तथा सुरक्षा एजेंसिंयों के बीच समन्वय की समीक्षा की। आपात स्थिति में रेसपोंस के बारे में जाना। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सरकार द्वारा नहरबंदी खत्म कर दी गई है। इससे भी आमजन को राहत मिलेगी। प्रभारी मंत्री ने वर्तमान स्थिति में विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की।
