
Meghwal couple of Bikaner decided to donate their body
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – अंगदान-महादान अभियान के तहत सरकार और स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का असर अब धीरे-धीरे आमजन में दिखने लगा है. देहदान करने को लेकर आई जागरूकता में अब मरने के बाद भी किसी को जिन्दगी देकर जिन्दा रहने की मुहिम के चलते बीकानेर में एक दंपति ने स्वेच्छा से देहदान का फैसला लिया है. चिकित्सकों व परिवारजनों ने मुक्ताप्रसाद निवासी 65 वर्षीय गोरखाराम हटीला और उनकी 60 वर्षीय पत्नी शान्ति देवी दोनों को बधाई देते हुए कहा कि इस फैसले के बाद सर्वसमाज में जागरूकता आएगी.
बीकानेर के मुक्ताप्रसाद निवासी दंपति गोरखाराम हटीला व शान्ति देवी ने बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज पहुंचकर देहदान करने का संकल्प पत्र भरा. जहां ट्रोमा सीएमओ डॉ. एल. के. कपिल ने दोनों का संकल्प पत्र भरवाया. अपनी स्वेच्छा से पाबूबारी के बाहर अंबेडकर चौक बीकानेर हाल मुक्ताप्रसाद निवासी 65 वर्षीय गोरखाराम हटीला S/O मेघाराम हटीला और उनकी 60 वर्षीय पत्नी शान्ति देवी w/o गोरखराम हटीला ने मरणोपरांत अपने देह को दान करने का संकल्प पत्र भरा.
इस दौरान देहदान करने वाली दंपति ने और भी लोगों को इस बारे में जागरूक होकर देहदान का फैसला लेने की अपील की और कहा कि मरने के बाद वैसे भी शरीर किसी काम का नहीं रहता लेकिन अगर आप देहदान करते हैं तो कितनी ही जिन्दगियां बचाकर इस दुनिया में जिन्दा रह सकते हैं. इस अवसर पर ट्रॉमा सीएमओ डॉ. एल के कपिल ने दोनों को बधाई देते हुए कहा कि आपके इस निर्णय से सर्वसमाज मे निश्चित रूप से जागरूकता आएगी और भविष्य मे समाज को कुशल चिकित्सक उपलब्ध होने में आपके योगदान को सराहा जाएगा.