
बीकानेर दौरे पर आए जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने कहा कि आगामी मानसून में वर्षा जल के अधिक से अधिक संग्रहण एवं विद्यमान जल स्रोतों के रखरखाव एवं स्वच्छता हेतु 05 जून से 20 जून तक पूरे राज्य में चलने वाले वंदे गंगा, जल संरक्षण जन अभियान को जन आंदोलन बनाना है. जल संसाधन मंत्री रावत मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में वंदे गंगा, जल संरक्षण अभियान की तैयारियों को लेकर संभाग के चारों जिलों में तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे. बैठक में खाजूवाला विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल, बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, सुमन छाजेड़, श्याम पंचारिया भी उपस्थित थेे.
अभियान में ”सबका श्रम, सबकी सहभागिता” करें सुनिश्चित
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि इस अभियान में ”सबका श्रम, सबकी सहभागिता” सुनिश्चित करते हुए कुएं, बावड़ी, तालाब, टांकों और वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की साफ सफाई को लेकर जनप्रतिनिधियों के अलावा महिलाओं, युवाओं, किसानों, पत्रकारों, पुलिस, एनसीसी, सिविल डिफेंस, एनजीओ, विभिन्न सामाजिक संगठनों समेत सभी वर्गों को आमंत्रित करना है और इस अभियान से जोड़ना है ताकि हम वर्षा जल का अधिक से अधिक संग्रहण कर सकें. अभियान केे प्रचार प्रसार को लेकर रथ यात्रा, कलश यात्रा, नुक्कड़ नाटक, प्रभात फेरी समेत विभिन्न एक्टिविटी करवानी है.

सभी खालों की होगी शत प्रतिशत डिसिल्टिंग
जल संसाधन मंत्री श्री रावत ने कहा कि इस अभियान के तहत सभी खालों की शत प्रतिशत डिसिल्टिंग का कार्य किया जाएगा. खालों की सफाई एक-दो दिन में नहीं हो सकती लिहाजा पूरे अभियान के दौरान ही खालों की सफाई चलेगी. प्रशासन इस प्रकार प्लान तैयार करे कि पटवारी और ग्राम पंचायत को भी इससे जोड़ें और मनरेगा से भी इनकी सफाई करवाना सुनिश्चित करें. जल संसाधन मंत्री रावत ने कहा कि बारिश के दिनों में जिन क्षेत्रों में पानी भरा रहता है उनको चिन्हित कर उनका समाधान भी निकाला जाए. अभियान के तहत जिले के प्रत्येक गांव में जल संरक्षण को लेकर कोई ना कोई एक्टिविटी करवाई जाए. उन्होंने कहा कि जल संरक्षण को लेकर कोई पुराना तालाब इत्यादि बना है तो वहां उस तालाब की जानकारी देने वाला बोर्ड भी लगाया जाए.
इससे पूर्व अभियान को लेकर जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता गोविंद सिंह राठौड़ ने विस्तृत जानकारी दी. बैठक में वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष जिले में कुल 17 लाख पौधे वितरित किए जाएंगे और 13 लाख पौधे वन विभाग के द्वारा लगाए जाएंगे. बीकानेर संभाग स्तर पर यह आंकड़ा 59 लाख पौधे आमजन को वितरित करने और 22 लाख पौधे वन विभाग द्वारा लगानेे का है. जल संसाधन मंत्री ने सभी पौधों की जिओ टैगिंग करवाने, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी करवाने और हर छह महीने बाद उनकी जानकारी लेेने को लेकर निर्देशित किया. बैठक में जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर राकेश कुमार, अतिरिक्त चीफ इंजीनियर मनोज मांझू, भूपेन्द्र सिंह यादव, एसई सुनील कटारिया समेत विभिन्न संबंधित विभागों के आला अधिकारी उपस्थित रहे.