
जयपुर को मिलने जा रहा है अपना AIIMS जैसा बड़ा अस्पताल, विधानसभा ने पास किया Rajasthan Institute of Medical Sciences Bill 2025। अब RUHS अस्पताल अपग्रेड होकर बनेगा RIMS, जहाँ इलाज, पढ़ाई और रिसर्च—all in one मॉडल उपलब्ध होगा। यहाँ होंगी सुपर स्पेशलिटी सेवाएँ—कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, CTVS, कैंसर ट्रीटमेंट से लेकर organ transplant तक। साथ ही नई पीढ़ी की शाखाएँ—जेनेटिक्स, न्यूक्लियर मेडिसिन, स्लीप मेडिसिन और बायोटेक्नोलॉजी भी शामिल होंगी। सरकार ने तय किया है 750 करोड़ का बजट, पहले चरण में 100 करोड़ का निवेश और दो साल में संचालन का लक्ष्य। RIMS बनेगा स्वायत्त विश्वविद्यालय, देगा मेडिकल डिग्री-डिप्लोमा और इसमें शामिल होंगे AIIMS दिल्ली व PGI चंडीगढ़ के विशेषज्ञ। इससे ग़रीबों को मिलेगा बेहतर इलाज, SMS अस्पताल का दबाव घटेगा और जयपुर बनेगा हेल्थ टूरिज़्म का नया हब। सवाल बड़ा है—क्या दो साल में सपना पूरा होगा या फिर ये भी कागज़ों में अटक जाएगा? जनता की उम्मीदें बुलंद हैं और सब कह रहे हैं—अगर वक़्त पर RIMS खड़ा हो गया तो राजस्थान की सेहत को सचमुच नई ताक़त मिलेगी।