
बीकानेर जिले के नूरसर क्षेत्र के गैरसर गांव में चौराहे पर लगे भारत रत्न व संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के फोटो पर गोबर पोतने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस कुकृत्य की कड़ी निंदा की है. जूली ने अपने X हैंडल पर उक्त कुकृत्य की फोटो शेयर कर लिखा कि, यह अपमान है, यह अत्याचार है, यह असहनीय है। यह सिर्फ़ कालिख नहीं, दलितों की अस्मिता और संविधान पर गहरा आघात है.

उन्होंने कहा कि बाबा साहेब सिर्फ़ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि करोड़ों दलितों, वंचितों और शोषितों की उम्मीद और आवाज़ हैं. उनकी प्रतिमा पर हमला एक मूर्ति पर नहीं, बल्कि उस संविधान पर है जिसने हमें समानता, समता और न्याय का अधिकार दिया. नेता प्रतिपक्ष जूली ने भजनलाल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के शासन में लगातार महापुरुषों का अपमान हो रहा है और यह चिंताजनक ही नहीं बल्कि असहनीय है. इस प्रकार की घटनाएं न केवल समाज को विभाजित करने का प्रयास हैं, बल्कि भारत की लोकतांत्रिक नींव पर भी हमला हैं. घटना को लेकर सामाजिक संगठनों और आमजन में आक्रोश है. मैं सरकार से मांग करता हूँ कि इस मामले में तुरंत संज्ञान लिया जाए और दोषियों के खिलाफ सख़्त से सख़्त कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए.