
Successful organization of outreach session on "iStart Program" at Dungar College, Bikaner.
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर के राजकीय डूंगर महाविधालय के भूविज्ञान विभाग तथा विभाग की अलूमनी सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान से, राजस्थान सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की एक प्रमुख पहल “आईस्टार्ट प्रोग्राम” पर एक आउटरीच सत्र का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बिपुल कुमार, डोमेन एक्सपर्ट, आईस्टार्ट प्रोग्राम, बीकानेर जिला उपस्थित रहे. उन्होंने छात्रों को आईस्टार्ट प्रोग्राम की महत्ता और इसके उद्देश्यों के बारे में बताया. उन्होंने कहा, आईस्टार्ट प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में सशक्त बनाना है. उन्होंने छात्रों को आईस्टार्ट प्रोग्राम के तहत मिलने वाले अवसरों, जैसे फंडिंग, मेंटरशिप, और नेटवर्किंग के बारे में भी विस्तार से बताया.

महाविधालय के प्राचार्य प्रो. राजेंद्र पुरोहित ने इस पहल पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, आईस्टार्ट जैसे प्रोग्राम की पहल न केवल छात्रों में आवश्यक कौशल से लैस करती है बल्कि उन्हें अग्रणी बनने के लिए प्रेरित भी करती है. उन्होने इस सत्र का आयोजन कर छात्रों को अमूल्य अवसर प्रदान करने के लिए भूविज्ञान विभाग और अलूमनी सोसायटी की सराहना की. भूविज्ञान विभाग के अलूमनी सोसायटी के अध्यक्ष प्रो. शिशिर शर्मा ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा, यह देखकर खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व छात्र और वर्तमान छात्र इतने महत्वपूर्ण उद्देश्य के लिए एक साथ आए हैं.

विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. देवेश खंडेलवाल ने इस आयोजन के प्रति अपना उत्साह साझा करते हुए कहा, उद्यमिता आर्थिक विकास की रीढ़ है, और यह जरूरी है कि हमारे छात्रों को आईस्टार्ट जैसे कार्यक्रमों से अवगत कराया जाए. डॉ. देवा राम ने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने विचारों को साझा करें और इस मंच का पूरा लाभ उठाएं. डॉ. विजय कुमार मटोरिया ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम हमारे छात्रों के बीच उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है. इस कार्यक्रम में संकाय सदस्य डॉ. प्रकाश गर्ग, डॉ. राम निवास धेतरवाल, डॉ. रूपकिशोर यादव, तथा डॉ. सरोज आमेरिया ने सक्रिय भागीदारी प्रदान की.