
Agriculture department team inspected the fields in Khajuwala
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर जिले में खरीद फसल की कटाई करने के साथ ही किसानों ने रबी की बुवाई शुरू कर दी है. इसी बीच अगेती सरसों की फसल को लेकर किसान खासे चिन्तित हैं. सिंचाई करने के बावजूद सरसों की फसल झुलसने की शिकायत मिलने के बाद संयुक्त निदेशक कृषि मय टीम खाजूवाला क्षेत्र के दौरे पर रहे और किसानों के खेतों पर पहुंचकर सरसों फसल का निरीक्षण किया. सरसों फसल के निरीक्षण के दौरान संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी के साथ क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक डॉ एच एल देशवाल, प्रेमाराम उपनिदेशक पौध व्याधि, भैराराम गोदारा सहायक निदेशक, डॉ मानाराम जाखड़ उपनिदेशक सांख्यिकी उपस्थित रहें.
खाजूवाला दौरे के दौरान संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी मय कृषि विभागीय टीम 6, 16, 17 केवाईडी एवं सियासत चौगान खाजूवाला क्षेत्र में पहुंचे जहां स्थानीय सहायक कृषि अधिकारी सुभाष, पवन गोदारा ने प्रभावित क्षेत्र के किसानों के यहां टीम का भ्रमण करवाया. कृषि विभाग के इस दल ने 6 KYD में प्रभावित सरसों के खेतों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सरसों की फसल में फंगस द्वारा फंगस जनीत बीमारी जड़ गलन पाई गई.
खेतों में सरसों फसलों निरीक्षण के दौरान वैज्ञानिकों एवं विभागीय अधिकारियों ने प्रथम दृष्टया यह पाया है कि पायनियर कंपनी द्वारा उत्पादित सरसों की किसमो में यह बीमारी पाई गई है जबकि कृषि विभाग द्वारा अनुदान या प्रदर्शन के रूप में RH-725 वितरित किए गए हैं उनमें जड़ गलन या फंगस जैसी कोई बीमारी खेतों में नहीं मिली है. चौधरी ने किसानों को प्रभावित फसलों के उपचार के लिए 500 ग्राम कारबन्डाजीम यूरिया के साथ प्रति बीघा पानी लगने के बाद उपचार के रूप में एवं जहां पानी लग गया है वहां पर वीटा वैक्स पावर या कारबन्डाजीम 0.2% का छिड़काव करने का सुझाव दिया.