
जूनागढ़ के आगे राज परिवार की और से होगा होलिका दहन बीकानेर में साले की होली दम्माणी चौक गंगाशहर सहित कई जगह होगा होलिका दहन!
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – होलिका दहन का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीकात्मक त्यौहार है। गणेश पंचागकर्ता पंडित राजेन्द्र किराडू ने बताया कि माला घोलने का समय दोपहर एक बजे से पूरा दिन श्रेष्ठ है। वहीं होलिका दहन रात्रि 11:28 के बाद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्णिमा व्रत 14 मार्च को,जौ बीज 15 मार्च को शाम 4 बजे बाद तथा सूरज रोटे का व्रत 16तारीख को होगा। वहीं ज्योतिषचार्य पंडित भैरूरतन बोहरा के अनुसार 13 मार्च को पूर्णिमा प्रात: 10:35 प्रारंभ होकर 14 मार्च को दिन में 12:23 तक है। 13 मार्च को रात्रि 11:26 तक पूर्णिमा का पूर्वार्द्ध यानि भद्राकाल है। यदि प्रदोष काल भद्रा रहित न मिले तो भद्रा के पश्चात मध्य रात्रि से पूर्व होलिका दहन किया जाना शुभ होता है।