बीकानेर में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर व विभागाध्यक्ष डॉ. मेघना शर्मा के नेतृत्व में 491 वें रातीघाटी विजय दिवस समारोह के पोस्टर का विमोचन किया गया. डॉ. मेघना शर्मा ने रातीघाटी युद्ध के ऐतिहासिक पहलुओं पर व चर्चा करते हुए बताया कि बीकानेर के शासक राव जैतसी ने सन् 26 अक्टूबर 1534 ई. में विपरीत परिस्थितियों में मुगल बादशाह बाबर के पुत्र कामरान पर विजय प्राप्त की, यह युद्ध मुगलों के खिलाफ राजस्थान की शौर्य एवं वीरता का एक अनुपम उदाहरण है. इसी वीरता एवं शौर्यगाथा को याद करने एवं हृदय में संजोए रखने हेतु यह कार्यक्रम रातीघाटी संस्था के संयोजक जानकी नारायण श्रीमाली के तत्वावधान में एक नवम्बर सुबह 9:30 बजे रवींद्र रंगमंच में आयोजित होगा, जिसमें मुख्य वक्ता चळकोई संस्था के संस्थापक एवं प्रसिद्ध इतिहासकार राजवीर सिंह चळकोई होंगे. इस अवसर पर एड.हिमांशु टाक, राजेश चौधरी, रामावतार उपाध्याय, कमल किशोर मारू, प्रशान्त जैन, एड. राजेश कड़वासरा, भाव भवानी सिंह तंवर, सुनील विश्नोई, सरवन सोढा, मनीष बाबल, दीपक जाखड़, नरेंद्र सिंह, दीपक चौधरी सहित राजस्थानी मोट्यार परिषद की पूरी टीम शामिल रही.
