
Rahul Kaswan's question in Lok Sabha
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – 18वीं लोकसभा का प्रथम बजट सत्र की शुरुआत के दौरान प्रश्नकाल में चूरू सांसद राहुल कस्वां ने प्रदेश में शिक्षा की स्थिति को लेकर सवाल उठाया. साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र के सुजानगढ़ में केन्द्रीय विद्यालय खोलने की मांग की. उन्होंने कहा कि बीते 10 सालों में केन्द्रीय विद्यालय खोलने की संख्या बहुत कम रही है. साथ ही उन्होंने हाल राजस्थान को नए विद्यालय नहीं देने की भी बात कही. सांसद राहुल कस्वां के सवालों का केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री और राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने जवाब दिया.
चूरू सांसद राहुल कस्वां ने कहा कि देश में 15 अगस्त 1963 को पहला केंद्रीय विद्यालय खोला गया था. इसके बाद आज तक पूरे देश में करीब 1,253 केंद्रीय विद्यालय खोले गए हैं. बीते पांच सालों की अगर बात करें तो 48 नए स्कूल खुले, जिसमें से राजस्थान को मात्र दो स्कूल मिले हैं. जिस स्पीड से पिछले 56 साल में स्कूल खुले यानी करीब 22 स्कूल प्रति साल खुलते गए.
राहुल कस्वां ने कहा कि बीते पांच साल में मात्र दो स्कूल प्रति साल खुले. ऐसे में एक तो स्कूल खुलने की स्पीड बहुत कम हुई और जो गाइडलाइन बनाई गई थी, वो 1963 के हिसाब से बनाई गई थी. आज का बदलता हुआ वक्त है और आपकी ही सरकार एक लाख से ऊपर आबादी वाले शहरो को अमृत सिटीज नाम से विकसित कर रही है. क्या सरकार अपनी नीति में परिवर्तन लाएगी और एक लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों जैसे सुजानगढ़ में स्कूल खोलने का कोई प्रावधान रखती है.
उन्होंने कहा कि यहां केंद्रीय विद्यालय सिर्फ चूरू में है, वहां से सुजानगढ़ की दूरी डेढ़ सौ किलोमीटर पड़ती है. ऐसे में हम चाहते हैं कि हम उन सिटीज को टारगेट करें जहां एक लाख से ऊपर आबादी है. कस्वां ने कहा कि क्या सुजानगढ़ को आप प्राथमिकता देंगे? वहीं सेंट्रल इंस्टीट्यूशन हायर लर्निंग को लेकर कहा कि उसके 12 स्कूल देशभर में खोले गए हैं. इसमें राजस्थान को एक भी स्कूल नहीं मिला. यह एक अच्छी शुरूआत है ऐसे में क्या आ इसकी शुरूआत सुजानगढ़ से करना चाहेंगे.
राहुल कस्वां के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि पूरे देश में 1,253 केंद्रीय विद्यालय खुले हैं और छह साल के दशक में चाहे एकेडमिक परफॉर्मेंस हो या किसी भी मानक को आप देखेंगे तो दूसरी संस्थाओं को पास कर रहा है. राजस्थान के सुजानगढ़ के संबंध में राहुल कस्वां ने सवाल पूछा तो सुजानगढ़ को लेकर अभी हमारे पास कोई प्रस्ताव नहीं पेश हुआ है. और इसकी एक पुरानी प्रक्रिया है जिसे हमें फॉलो करना पड़ता है.
जयंत चौधरी ने कहा कि इसकी एक प्रकिया है और उस नीति के तहत केंद्रीय विद्यालय का फैसला लिया जाता है. उसके कुछ मानक भी हैं, पहले तो हमें राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव प्राप्त होना चाहिए. साथ-साथ प्रोजेक्ट मूड में भी केंद्रीय विद्यालय का निर्माण किया जाता है, जो 12 केंद्रीय विद्यालय का जिक्र सांसद कर हैं वो प्रोजेक्ट मूड में भी हुए हैं.
उन्होंने कहा कि राजस्थान हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है और आगे भी केंद्रीय विद्यालय संगठन की तरफ से वहां जो हमारी संस्थाएं हैं उनकी देखरेख में उनकी व्यवस्थाओं को लेकर हम निरंतर हम काम करते हैं. हमारी नीति में जो मुख्य प्रावधान है कि किस हिसाब से केंद्रीय विद्यालय स्थापित होगा. उनमें पहले तो प्रस्ताव आना चाहिए. जमीन आवंटित होनी चाहिए और टेंपरेरी एकमोडेशन के सुविधा होनी चाहिए, उसके बाद ही हम आगे बढ़ सकते हैं.