
प्रतिपक्ष नेताराहुल गांधी के बयान पर घमासान
– UPSC में लैटरल एंट्री पर अर्जुन मेघवाल का बड़ा बयान
बोले मनमोहन सिंह की एंट्री क्या थी ?
– कांग्रेस पर आरोप कि उनके मुख्यमंत्री ने तो अपनी सेवा करने वाले नौकर को IAS बना दिया था
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर / लक्ष्मण राघव ( लेखक First India News के रेज़िडेंट एडिटर है )
देश में UPSC में लैटरल एंट्री को लेकर चल रहे घमासान पर केंद्रीय क़ानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने सरकार के फ़ैसले सही ठहराते हुए खुलकर प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है । उन्होंने UPSC में लैटरल एंट्री को लेकर बयान देते हुए कहा कि मुझे कहना पड़ेगा मनमोहन सिंह की एंट्री क्या थी राहुल गांधी अपने पिता दिवंगत राजीव जी का कार्यकाल क्यों भूल जाते है । उन्होंने तत्कालीन मंत्री जितेंद्र सिंह ने जुलाई 2019 में राज्यसभा में जवाब का हवाला देते हुए बताया कि कांग्रेस के समय क्या क्या हुआ था । हालाँकि अर्जुन मेघवाल UPSC को लेकर ख़ास तथ्य नहीं दे पाए
1. डॉ. मनमोहन सिंह -(1976 में वित्त सचिव)
2. विजय केलकर – (1994 में पेट्रोलियम और गैस के सचिव और उसके बाद वित्त सचिव)
3. बिमल जालान – (1991 में वित्त सचिव)
4. मोंटेक सिंह आहलूवालिया – (1979 में आर्थिक सलाहकार)
5. राकेश मोहन – (अर्थशास्त्र मामलों के सचिव)
6. राम विनय सहाय – (2002 में ऊर्जा सचिव)
अर्जुनमेघवाल यही नहीं रुके उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अचानक उनका OBC प्रेम जागा है । लेटरल एंट्री पहले भी थी प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप में इसे व्यवस्थित और प्रभावी बनाया जा रहा है । राहुल गांधी प्रतिपक्ष नेता है उसके बाद भी UPSC और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं पर उनका इस तरह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। केंद्रीय क़ानून मंत्री अर्जुन मेघवाल दलित समाज से तो आते ही है साथ ही रिटायर्ड IAS ऑफ़िसर भी है । ऐसे में सरकार के बचाव में उनका उतरना ये बताता है कि राहुल गांधी के प्रतिपक्ष नेता के तौर पर दिए गए बयान के बाद कहीं ना कहीं सरकार डिफ़ेंस मॉड में भी है । वैसे भी इन दिनों राहुल
गांधी सदन से लेकर सड़क तक पर आक्रामक नज़र आ रहे हैं । ख़ास तौर पर आरक्षण के मुद्दे पर वे भाजपा को बैकफुट पर लाने की कोशिश कर रहे है । UPSC में लैटरल एंट्री पर राहुल गांधी ने अपने बयान में आरक्षण को ख़त्म करने की कोशिश करार दिया था ।देखना दिलचस्प होगा कि क्या अर्जुन मेघवाल दलित नेता के तौर पर अपने समाज को UPSC में लैटरल एंट्री मामलें में साधने में कामयाब हो पायेंगे ।