
Stakeholder Dialogue Program
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर के राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में आज हितधारकों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यकम की विधिवत शुरुआत कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सहायक निदेशक, क्षेत्रीय कार्यालय, काॅलेज शिक्षा, बीकानेर प्रो. पुष्पेन्द्र सिंह, शिक्षाविद प्राचार्य मुरलीधर महाविद्यालय प्रोफ़ेसर राजेंद्र पुरोहित, विशिष्ट अतिथि डाॅ. दुलीचन्द मीणा, अतिरिक्त जिला कलैक्टर एवं मजिस्ट्रेट, बीकानेर, व भामाशाह एवं व्यवसायी हनुमान मल सोनी व प्राचार्य प्रोफेसर नंदिता सिंघवी द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण करके की गई.
प्राचार्य नंदिता सिंघवी ने महाविद्यालय की वर्षपर्यंत गतिविधियों को सभागार के पटल पर रखा. प्राचार्य ने एनसीसी, एनएसएस., रेन्जरिंग व अन्य समितियों के निरन्तर किये जाने वाले उत्कृष्ट कार्यों व योगदान का उल्लेख किया. डॉ सीमा व्यास ने पीपीटी के माध्यम से महाविद्यालय की वर्ष 2023-24 की गतिविधियों को सभी के सामने प्रस्तुत किया व प्रोफेसर उज्जवल गोस्वामी ने अभिभावकों व विद्यार्थियों के साथ संवाद के लिये प्रेरित किया. कार्यक्रम में पाली एनुअल ट्रेनिंग कैंप पूर्ण कर आए केडेट्स को सम्मानित किया गया.
प्रोफेसर पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि अभिभावकों को निरंतर महाविद्यालय से संवाद रखना चाहिए उन्होंने महाविद्यालय में बालिकाओं की सुरक्षा व्यवस्था, पर्यावरण, साफ-सफाई व नशा मुक्ति पर जोर दिया. अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं मजिस्ट्रेट डाॅ. दुलीचन्द मीणा ने कहा कि हमें जो विरासत मिली है एक शिक्षक उनको सहेज सकता है और बच्चों का भविष्य बना सकता है, अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिए विद्यार्थियों को नई तकनीक व ग्लोबलाइजेशन से जुड़ना जरूरी है. भामाशाह हनुमान सोनी ने महाविद्यालय सभागार के लिए ३ एयर कंडीशन भेंट किए जाने की घोषणा की व प्याऊ के जीर्णोद्धार करवाने की घोषणा की.
समाजसेवी व महाविद्यालय की पूर्व छात्रा सुधा आचार्य ने कहा कि इस महाविद्यालय में पत्थर को तराश कर हीरा बनाया जाता है. परिणामस्वरूप संपूर्ण विश्व में यहां की छात्राएं बीकानेर व महाविद्यालय का नाम रोशन कर रही हैं. शिक्षाविद प्रोफेसर राजेंद्र पुरोहित ने अपने उद्बोधन में विश्वभर में इस महाविद्यालय की पूर्व छात्राओं की जानकारी प्रदान की. एडवोकेट विजय सोनी ने कॉलेज में सतर्कता समिति गठित करने का सुझाव दिया. प्रोफेसर अभिलाषा आल्हा ने आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर उज्जवल गोस्वामी व नैना टॉक ने किया.