
Educational conference of Rajasthan Teachers Association Progressive
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील का 63 वां जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन पेंशनर समाज भवन, कचहरी परिसर,बीकानेर में प्रारंभ हुआ. प्रथम दिन सम्मेलन की अध्यक्षता संगठन के वरिष्ठ प्रदेश मंत्री गुलाब नाथ योगी ने की. सम्मेलन के प्रथम दिन शिक्षा में गुणात्मक सुधार एवं विभिन्न शिक्षण बिंदु पर चर्चा की. सर्वप्रथम संघठन का वार्षिक प्रतिवेदन माया पारीक जिला महिला मंत्री द्वारा प्रस्तुत किया गया. उसके पश्चात विशिष्ट अतिथि सुनील कुमार वोडा (अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी ,माध्यमिक शिक्षा) बीकानेर ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक समाज को नई दिशा दिखाता है और एक सभ्य समाज की स्थापना करता है, शिक्षक ही वह स्रोत है जिससे मनुष्य का निर्माण होता है.
मुख्य अतिथि भंवर लाल शर्मा सहायक निदेशक, निदेशालय प्रारंभिक शिक्षा ) बीकानेर ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान में शिक्षकों को कई प्रकार के कार्य करने के साथ-साथ मूल कार्य भी शिक्षक पूरी निष्ठा के साथ करना होता है और इसमें शिक्षक सफल भी हैं. वह अन्य कार्यों के साथ-साथ अपना कर्तव्य निर्वाह भी पूरी निष्ठा से करते हैं. संगठन के जिलाध्यक्ष आनंद पारीक ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में छात्रों को सही दिशा दिखाना प्रत्येक शिक्षक का कर्तव्य है.
संगठन के प्रदेश महामंत्री यतीश वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षकों को अपने हितों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करना चाहिए. संगठन के प्रदेश सलाहकार मंडल अध्यक्ष सुभाष आचार्य ने उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में शिक्षकों के पास कई कार्य हैं इन कार्यों को करते हुए ही अपने शिक्षक दायित्व को निभाना है, नई शिक्षा नीति 2020 के बिंदुओं के अनुरूप भी शिक्षकों को शिक्षित होते हुए शिक्षा देनी है.
संगठन की ओर से नरेश पोपली प्रधानाचार्य भोलासर, सुनीता गुलाटी राष्ट्रपति पुरस्कार शिक्षक सहित पत्रकारों ओर शिक्षकों को सम्मानित किया गया. संगठन के इन वक्ताओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए. जिसमें मोहम्मद असलम समेजा, अब्दुल बहाव, गोपाल पारीक, गौरीशंकर शर्मा, नवाब अली, बृजमोहन सिंह, चेनाराम, भंगा सिंह यादव, नंद किशोर शर्मा, धर्मनाथ सिद्ध, अरुण कान्त वर्मा, पवन मोदी, माया पारीक, अख्तर कामिल, टीमकु देवी, विद्या पारीक, अशोक तंवर, विजय सिंह आदि ने संबंधित किया,कार्यक्रम का संचालन आनंद पारीक ने किया.