
Barish Congress councilor arrested
चार लाइन न्यूज़ डेस्क – बीकानेर शहर में पिछले महीने हुई भारी बारिश के बाद सरकारी नींद नहीं उड़ी और शहर में बदइंतजामी का दंश जनता भुगतने को मजबूर है. बारिश के बाद मुख्य बाजार सहित कई इलाकों में पानी भर जाता है जो धूप से ही भले सूखे लेकिन निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. संभाग मुख्यालय बीकानेर में बारिश के बाद जिला कलेक्ट्रेट के भी हाल बदत्तर हो जाते हैं. हर बारिश सरकारी महकमों को अपनी जिम्मेदारी दिखाती है लेकिन अफसर है कि नींद से ही नहीं जाग रहे.
गुरूवार रात हुई बारिश ने एक बार फिर जनता और प्रशासन को आमने-सामने कर दिया. जनता सरकारी बदइंतजामी के चलते जान-माल के नुकसान के डर से प्रशासन को सूचना देती है लेकिन लापरवाह प्रशासन जब अपनी जिम्मेदारी से भागे तो स्थिति कुछ ऐसी होती है कि जनता सड़क पर आती है, प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाती है, बवाल होता है. इसी बीच पुलिस कानून व्यवस्था संभालती है तो आक्रोश और बढ़ जाता है. गुरुवार रात भी यही हुआ. सूरसागर व धोबीधोरा क्षेत्र में भारी बारिश के बाद सूरसागर तालाब की दिवार ढह गई और गली की मिट्टी धंसने लगी. सड़क में आई दरारों ने क्षेत्रीय वांशिदों को धड़कनें बढ़ा दी. लोगों ने नियंत्रण कक्ष पर फोन किए लेकिन कोई मदद नहीं मिली.
क्षेत्रीय कांग्रेस पार्षद महेन्द्र सिंह बड़गुजर ने भयावह स्थिति को लेकर प्रशासन, नगर निगम व नगर विकास न्यास के अधिकारियों को सूचना दी लेकिन जिम्मेदारों का ना तो कोई संतोषजनक जवाब मिला और ना ही मौके पर कोई सरकारी कारिंदा पहुंचा. इसके बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ गया. सुबह 8 बजे बाद भी जब कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा तो लोगों का गुस्सा फूटा और सूरसागर पंप हाउस के कार्मिक जब पंप हाउस पहुंचे तो गुस्साए लोगों ने उन्हें बंद कर दिया. जिसके बाद माहौल गर्मा गया और सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची.
इस दौरान कांग्रेस पार्षद महेन्द्र सिंह बड़गुजर व स्थानीय लोगों से पुलिस की खासी बहसबाजी हुई. लोग मौके पर अधिकारियों को बुलाने पर अड़ गए. मामला बढ़ता देख पुलिस ने पार्षद बड़गुजर को जबरदस्ती पुलिस जीप में बैठाया और थाने ले गई. इसके बाद लोगों में आक्रोश बढ़ गया और जिला कलेक्ट्रेट पर भीड़ जुटने लगी. लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया और पुलिस कार्यवाही का विरोध किया. इस दौरान बीकानेर देहात कांग्रेस अध्यक्ष बिशनाराम सियाग भी जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और मामले की जानकारी ली. इसके बाद सियाग ने जिला कलेक्टर से मामले को लेकर मुलाकात की.