
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं. जहां वे पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर में देवी माँ करणी के दर्शन करेंगे. साथ ही हजारों करोड़ के विकास कार्यों का भी लोकार्पण करेंगे. पीएम मोदी के मिनट-टू-मिनट कार्यक्रम जारी कर दिया गया है.
करीब 10 बजे बीकानेर पहुंचे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीकानेर की धरा पर 3 घंटे 25 मिनट तक रहेंगे. पीएम मोदी सुबह 8.45 बजे दिल्ली से बीकानेर के लिए रवाना होंगे और सुबह 9.50 बजे बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पहुंचेंगे. सुबह 9.55 बजे नाल एयरपोर्ट से देशनोक के लिए रवाना होंगे. इसके बाद 10.20 बजे देशनोक हैलीपेड, 10.30 बजे करणी माता मंदिर, 10.30 से 10.45 बजे तक यानि 15 मिनट माता रानी के दर्शन, 10.50 बजे करणी माता मंदिर से सडक मार्ग से रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे, देशनोक रेलवे स्टेशन पर 11 से 11:15 बजे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित देशनोक स्टेशन का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ में बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाएंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री 11.30 बजे पलाना पहुंचकर सार्वजनिक समारोह को भी संबोधित करेंगे.

इसके अलावा, प्रधानमंत्री सुबह लगभग 11:30 बजे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित देशनोक स्टेशन का उद्घाटन करेंगे और बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इसके बाद, प्रधानमंत्री 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे और पलाना में एक सार्वजनिक समारोह को भी संबोधित करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री देश में रेल अवसंरचना को निरंतर बेहतर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में 1,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 103 पुनर्विकसित अमृत स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे.
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1,300 से अधिक स्टेशनों को आधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकसित किया जा रहा है, जिन्हें क्षेत्रीय वास्तुकला को प्रतिबिंबित करने और यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. करणी माता मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सेवा करने वाला देशनोक रेलवे स्टेशन मंदिर वास्तुकला, मेहराब और स्तंभ विषयवस्तु से प्रेरित है. तेलंगाना में बेगमपेट रेलवे स्टेशन काकतीय साम्राज्य की वास्तुकला से प्रेरित है. बिहार में थावे स्टेशन में 52 शक्तिपीठों में से एक मां थावेवाली का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न भित्ति चित्र और कलाकृतियां शामिल हैं और मधुबनी पेंटिंग को भी दर्शाया गया है. गुजरात का डाकोर स्टेशन रणछोडराय जी महाराज से प्रेरित है. देश भर में पुनर्विकसित अमृत स्टेशनों में सांस्कृतिक विरासत के साथ आधुनिक बुनियादी ढांचे, दिव्यांगजनों के लिए यात्री-केंद्रित सुविधाओं और यात्रा के अनुभव को बेहतर करने के लिए टिकाऊ प्रथाओं को एकीकृत किया गया है.
भारतीय रेलवे अपने नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की ओर अग्रसर है, जिससे रेलवे संचालन अधिक कुशल और पर्यावरण अनुकूल बन रहा है. इसी क्रम में, प्रधानमंत्री चूरू सादुलपुर रेल लाइन (58 किलोमीटर) की आधारशिला रखेंगे और सूरतगढ़-फलोदी (336 किलोमीटर); फुलेरा-डेगाना (109 किलोमीटर); उदयपुर-हिम्मतनगर (210 किलोमीटर); फलोदी-जैसलमेर (157 किलोमीटर) और समदड़ी-बाड़मेर (129 किलोमीटर) रेल लाइन विद्युतीकरण को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
राजस्थान में सड़क अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री 3 वाहन अंडरपास के निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण की आधारशिला रखेंगे। वे राजस्थान में 7 सड़क परियोजनाओं को भी समर्पित करेंगे. 4850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली ये सड़क परियोजनाएं माल और लोगों की सुगम आवाजाही की सुविधा प्रदान करेंगी. राजमार्ग भारत-पाक सीमा तक फैले हुए हैं, जो सुरक्षा बलों के लिए आवाजाही में सुगमता को बढ़ाते हैं और भारत के रक्षा अवसंरचना को मजबूत करते हैं.
सभी के लिए बिजली तथा हरित और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने के विजन को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री बीकानेर और नावा, डीडवाना, कुचामन में सौर परियोजनाओं सहित बिजली परियोजनाओं और पार्ट बी पावरग्रिड सिरोही ट्रांसमिशन लिमिटेड और पार्ट ई पावरग्रिड मेवाड़ ट्रांसमिशन लिमिटेड के विद्युत निकासी के लिए पारेषण प्रणालियों की आधारशिला रखेंगे. वे बीकानेर में सौर परियोजना, पावरग्रिड नीमच और बीकानेर परिसर से निकासी के लिए पारेषण प्रणाली, फतेहगढ़-गुढ पावर स्टेशन में परिवर्तन क्षमता के विस्तार सहित बिजली परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे, जो स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करेंगे और कार्बन उत्सर्जन को कम करेंगे.
प्रधानमंत्री राजस्थान में बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी, बिजली आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाओं और पानी की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए राजस्थान में राज्य सरकार की 25 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इनमें 3,240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के 750 किलोमीटर से अधिक लंबाई के 12 राज्य राजमार्गों के उन्नयन और रखरखाव के लिए परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करना शामिल है. इसमें अतिरिक्त 900 किलोमीटर नए राजमार्ग भी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री बीकानेर और उदयपुर में बिजली परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. वे राजसमंद, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, धौलपुर में नर्सिंग कॉलेजों का भी उद्घाटन करेंगे, जो राज्य में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. वे झुंझुनूं जिले में ग्रामीण जलापूर्ति और फ्लोरोसिस शमन परियोजना, अमृत 2.0 के तहत पाली जिले के 7 शहरों में शहरी जलापूर्ति योजनाओं के पुनर्गठन सहित क्षेत्र में विभिन्न जल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
इस दौरान प्रदेश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बीकानेर सांसद व केन्द्रीय कानून एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, दिया कुमारी, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, जिला प्रभारी एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा सहित मंत्रि मंडल के सदस्य, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. पीएम के दौरे को लेकर भाजपा पिछले कई दिनों से जुटी हुई है. पलाना में पीएम की सभा के लिए भीड़ लाने की भी जुगत बैठाई जा रही है. स्थानीय विधायकों को अपने-अपने टास्क सौंपे गए हैं. ब्लॉक स्तर तक के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है. वहीं पुलिस-प्रशासन द्वारा भी पीएम के दौरे को लेकर तैयारियों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है.



