
भारत-पाक सीमा पर बीते दिनों हुई तनाव की स्थिति के बीच भले ही इंदिरा गांधी नहर में सरकारी ने नहरबंदी समाप्त कर पानी छोड़ने का निर्णय ले लिया हो लेकिन बीकानेर जिले के खाजूवाला क्षेत्र में पेयजल संकट बन गया है. सीमावर्ती गांवों में लोग पेयजल संकट से लगातार जूझ रहे हैं. पीएचईडी विभाग की कुछ डिग्गियां खाली हो गई है तो कुछ रीतने के कगार पर है. लोग डिग्गियों में बचा गंदा पानी खुद और अपने मवेशियों को पिलाने के लिए मजबूर हो रहे हैं. वहीं पेयजल संकट से जूझते लोगों को महंगे दामों में पेयजल आपूर्ति के लिए टैंकर मंगवाने पड़ रहे है.
खाजूवाला के 10 केजेडी, 40 केवाईडी क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बनी डिग्गियों का पानी इतनी आबादी के लिए पर्याप्त नहीं है. लोगों को पेयजल पानी के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर होना पड़ रहा है. सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां से बॉर्डर पर जवानों को भी टैंकरों के माध्यम से अन्यत्र स्थानो से टैंकर लाना पड़ रहा है. जन अभियांत्रिकी विभाग के सहायक अभियन्ता कार्यालय में कोई भी अधिकारी नहीं मिलता. लोगों का कहना है कि ज्यादातर समय इस कार्यालय में अधिकारी नहीं होते है. ऐसे में आमजन अपनी समस्याओं के बारे में अधिकारी को कैसे बताएं. हालांकि नहरबन्दी समाप्त हो चुकी है. अब नहरों में पेयजल के लिए पानी जल्द हाने की सम्भावना है.
