
बीकानेर जिले के खाजूवाला कस्बे में शुक्रवार को तंत्र-मंत्र से रुपये दोगुना करने का लालच देकर एक तांत्रिक ने फांसा और नशीली दवा खिलाकर तीन व्यक्तियों की जान ले ली, जबकि दो घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. शातिर तांत्रिक ने इस दौरान 7 लोगों को हलवे में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया और दुगुने करने के लिए लाए गए 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गया. इस दौरान एक की तो खाजूवाला में ही मौत हो गई और दो को गंभीर हालत में बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यही नहीं तांत्रिक के साथ आए अजमेर के दो अन्य लोगों के शव बीकानेर से 15 किमी पहले शोभासर के पास खेत में मिले. घटना की शुरुआत खाजूवाला के वार्ड नंबर 16 से हुई. तांत्रिक समेत तीन फरार हैं. यह मामला एक बार फिर चेतावनी देता है कि “जल्दी अमीर बनने का सपना” अक्सर जहर साबित होता है। अंधविश्वास, लालच और अनजान व्यक्तियों पर भरोसे से बचना ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है. ‘दोगुना पैसा’ महज धोखे की बुनियाद होता है.

पुलिस के मुताबिक, राजेन्द्र पूनिया ने 45 लाख रुपये, वहीं गफार ने पांच लाख रुपये दिए थे. बचे दोनों भुक्तभोगियों की मानें, तो नशीला हलवा 7 लोगों ने खाया. एक की खाजूवाला में और दो के शव शोभासर के पास मिले. तांत्रिक और दो अन्य का पता नहीं चल सका है. जिला पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर के निर्देशन में एएसपी ग्रामीण कैलाश सिंह सांदू व सीओ अमरजीत चावला के नेतृत्व में 9 विशेष टीमें आरोपियों की तलाश के लिए गठित की गई हैं. मुख्य आरोपी तांत्रिक की गिरफ्तारी के लिए अजमेर सहित अन्य जिलों में भी दबिशें दी जा रही हैं. एसपी कावेन्द्र सिंह सागर ने कहा है कि जांच में तेजी के लिए 9 टीमें गठित की गई है. वारदात के बाद से गायब तांत्रिक एम. शिवा की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. सीसीटीवी कैमरे खंगालने के साथ-साथ तकनीकी रूप से पड़ताल कर रहे हैं. जल्द ही मामले में खुलासा किया जाएगा.

यह था पूरा मामला
खाजूवाला के वार्ड 16 के निवासी गफार खां की अजमेर निवासी शैतानसिंह से जान-पहचान थी. शैतान सिंह बुधवार को अपने चाचा के लड़के विक्रम सिंह, एक तांत्रिक व तीन अन्य को साथ लेकर खाजूवाला आया. शैतान सिंह के साथ आए व्यक्तियों में से एक ने खुद को तांत्रिक बताते हुए “रुपये दोगुने” करने का दावा किया और स्थानीय व्यक्ति गफार खां व उसके साथियों को जाल में फंसा लिया. यह गिरोह पिछले कई दिनों से इलाके में सक्रिय था. अजमेर निवासी शैतान सिंह ने स्थानीय निवासी परिचित गफार से तांत्रिक और दूसरे लोगों को मिलवाया. गफार से 50 हजार लिए और गफार को एक लाख लौटाए. फिर एक लाख लेकर दो लाख लौटाए. विश्वास जमाने के बाद गफार खां, सलमान खां और राजेन्द्र पूनियां से 50 लाख रुपये मंगवाए. इसके बाद गुरुवार रात को तांत्रिक ने तंत्र विद्या के नाम पर वहां मौजूद गफार, गफार के बेटे सलमान, राजेन्द्र पूनिया, शैतानसिंह, विक्रम सिंह व दो अन्य को हलवे में नशीली गोलियां खिला दीं.
शुक्रवार सुबह जब गफार, सलमान, राजेन्द्र, शैतानसिंह व विक्रम सिंह को होश आया, तब तक आरोपी तांत्रिक समेत तीन लोग वहां से जा चुके थे. गफार की हालत गंभीर थी. पीबीएम जाते समय उसकी मौत हो गई. दूसरे साधन से अस्पताल की ओर जाते शैतान सिंह व विक्रम की तबीयत ज्यादा खराब हुई, तो शोभासर के पास उतर गए. वहीं बहोश हो गए और उनकी भी मौत हो गई. राजेन्द्र की हालत चिंताजनक बनी हुई, जिसे परिजन निजी अस्पताल ले गए हैं. गफार खां ने गुरुवार को ही तांत्रिक के कहने पर अपने परिवार को घर से बाहर भेज दिया था, यह कहते हुए कि जमीन सौदे के लिए कुछ लोग आ रहे हैं.
